Paytm Q1 Results 2025: भले ही फिनटेक दिग्गज पेटीएम का शुद्ध नुकसान पहली तिमाही में बढ़कर 838.9 करोड़ रुपये पर पर पहुंच गया है, लेकिन कंपनी के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी विजय शेखर शर्मा का मानना है कि कंपनी वित्त वर्ष 2025 में एक ना एक तिमाही में मुनाफा जरूर कमाएंगे।
शर्मा ने वित्तीय परिणाम के बाद विश्लेषकों के साथ बातचीत में कहा, ‘मेरा मानना है कि बुरे समय का अंत शुरू हो चुका है। हम उम्मीद कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि जैसे ही हमें अपनी दिशा में अधिक स्पष्टता देखने को मिलेगी, हम इस वित्त वर्ष में कम से कम एक लाभदायक तिमाही दर्ज करेंगे।’
पिछले साल की समान अवधि में पेटीएम का नुकसान 357 करोड़ रुपये था। पेटीएम ब्रांड का परिचालन करने वाली वन97 कम्युनिकेशंस (ओसीएल) ने तिमाही आधार पर वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के 549.6 करोड़ रुपये की तुलना में भी बड़ा नुकसान दर्ज किया।
कंपनी को पेमेंट और वित्तीय सेवा खंड से राजस्व में कमी का सामना करना पड़ा है। इस वर्ष जनवरी में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा कंपनी की सहयोगी इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाने के बाद कंपनी के राजस्व में गिरावट आई है।
कंपनी की कुल आय सालाना आधार पर 33.5 प्रतिशत घटकर जून तिमाही में 1,639.1 करोड़ रुपये रह गई, जो वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 2,464 करोड़ रुपये थी। तिमाही आधार पर कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के 2,398.8 करोड़ रुपये से 31 प्रतिशत तक घटा है। इस बीच, कंपनी का खर्च भी जून तिमाही में सालाना आधार पर 11.5 प्रतिशत घटकर 2,476.4 करोड़ रुपये रह गया, जो वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 2,800.1 करोड़ रुपये पर था।
तिमाही आधार पर कुल खर्च वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के 2,691.4 करोड़ रुपये की तुलना में करीब 8 प्रतिशत तक घट गया।
पेटीएम को कंपनी के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी विजय शेखर शर्मा को वित्त वर्ष 2022 में दिए गए ईसॉप पर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से कारण बताओ नोटिस मिला है। कंपनी द्वारा एक्सचेंज को दी गई जानकारी में यह खुलासा हुआ है।
यह कारण बताओ नोटिस कंपनी द्वारा शर्मा को दिए गए 2.1 करोड़ ईसॉप (इम्पलॉयी स्टॉक ऑप्शंस) से जुड़ा हुआ है। पूर्ववर्ती तिमाही के दौरान, कंपनी को सेबी एसबीईबी (शेयर बेस्ड इम्पलॉयी बेनीफिट्स) रेग्युलेशंस से संबंधित अनुपालन के बारे में उपरोक्त ईसॉप से संबंधित सेबी से कारण बताओ नोटिस (‘एससीएन’) मिला था। कंपनी ने अपना शुरुआती जवाब सौंप दिया है और वह इस संबंध में सेबी से और जानकारी हासिल करने की प्रक्रिया में है।
नोएडा स्थित इस कंपनी ने कहा है कि कारण बताओ नोटिस का वित्त वर्ष 2024 की चौथी और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ा है।
कंपनी को संबंधित पक्ष के लेनदेन के संबंध में बाजार नियामक से एक प्रशासनिक चेतावनी मिलने के कुछ दिन बाद यह कारण बताओ नोटिस मिला है। फर्म और उसकी सहायक इकाइयों ने दो लेनदेन शेयरधारकों या ऑडिट समिति की मंजूरी के बगैर किए।