यह समय कुछ बेहतर सोचने का है। मौजूदा समय में धन कमाना बेहतर कठिन हो गया है । ऐसे में आपको कुछ आसान तरीके तलाशने की जरूरत है।यहां हम आपको बेहतर निवेश से जुड़े कुछ ऐसे ही तरीके बता रहे हैं।
रिकरिंग बिल: आपको टेलीफोन, बिजली, हाउस टैक्स, और अन्य तरह के ढेरों बिलों का भुगतान करना पड़ता है। अगर आप इनका भुगतान बैंक खाते के जरिये करते हैं तो इसके लिए रिकरिंग डिपोजिट यानी आवर्ती जमा (आरडी) का इस्तेमाल करें।
आरडी पर 8.5 फीसदी का ब्याज मिलता है जो आपके खाते में जमा होता जाता है। हालांकि बिलों का भुगतान हर महीने का सिरदर्द है, इसलिए आपको आरडी में कुछ महीनों के बिल की रकम अग्रिम तौर पर रखनी होगी। इससे आपको जमा राशि पर अधिक ब्याज तो मिलेगा ही, साथ ही आप अपने बिलों का समय पर भुगतान करने पाएंगे। इसके अलावा आरडी पर रिटर्न कर के दायरे में भी नहीं आएगा।
आय की अन्य योजना: अन्य निवेशों के जरिये अधिक से अधिक मासिक आय हासिल करने की कोशिश करें। इसके लिए डाकघर की मासिक आय योजना का उदाहरण दिया जा सकता है। यदि कोई व्यक्ति और उसकी पत्नी संयुक्त खाते में 6 लाख रुपये रखते हैं तो इस पर उन्हें हर महीने 4,000 रुपये का रिटर्न मिलेगा।
आप डाकघर में नाबालिग के नाम से भी मासिक आय योजना के तहत भी लाभ उठा सकते हैं। आप इसके तहत अधिकतम 3 लाख रुपये जमा कर सकते हैं। बच्चे के नाम पर किए गए इस निवेश पर आपको 2,000 रुपये हर महीने मिलेंगे।
नई बैंक योजनाएं: निवेश के लिए पेशकश करने वाले ऐसे बैंकों को अकाउंट या डिपोजिट के लिए चुनें जो आपके लिए लाभदायक साबित हो सकते हों। उदाहरण के लिए, कुछ बैंक रेडी कैश डिपोजिट स्कीम की पेशकश करते हैं जिसके तहत किसी भी समय फिक्स्ड डिपोजिट यानी सावधि जमा से धन निकाला जा सकता है।
कुछ बैंक चाइल्ड सेविंग-कम-रिकरिंग प्लान की पेशकश कर रहे हैं जिसमें धन हर महीने रिकरिंग खाते में स्थानांतरित हो जाता है। इस पर अधिक ब्याज मिलता है। अस्थायी निवेश: मौजूदा वित्तीय संकट के समय में हालांकि आप नियमित निवेश के लिए बड़ी राशि लगाना चाहते होंगे, लेकिन इसे बरकरार रखना कठिन साबित हो सकता है।
कीमत में अप्रत्याशित इजाफा या वित्तीय मुश्किलों आदि की वजह से आप नियमित तौर पर लंबे निवेश से पीछे हट सकते हैं। ऐसी स्थिति में आप उन योजनाओं को चुनें जिनमें आप निवेश के लिए कम राशि से भी काम चला सकते हैं।
उदाहरण के लिए, फ्लेक्सी रिकरिंग डिपोजिट में जमाकर्ता की सुविधानुसार 100 रुपये से लेकर 10,000 रुपये के बीच राशि जमा की जा सकती है। कोई अभिभावक या छात्र शैक्षिक जमा योजना शुरू कर सकता है। इसमें मासिक किस्त को हर साल कम किए जाने की अनुमति दी गई है, लेकिन ब्याज उतना ही बरकरार रहता है।
रीडिप्लॉय इंटरेस्ट इनकम: वरिष्ठ नागरिकों की जमा योजना में 1 लाख रुपये के जमा पर हर साल 9,000 रुपये का ब्याज मिलेगा। इस ब्याज राशि को आवर्ती जमा में पुन: निवेश करें जिस पर लगभग 8 फीसदी का ब्याज मिलता है।
आवर्ती जमा में हर महीने 9,000 रुपये जमा करने पर पांच साल में यह राशि 45,000 रुपये से बढ़ कर 55,535 रुपये हो जाएगी। ऐसे आपको 10,535 रुपये का लाभ मिल जाएगा।
सस्ता बीमा: 15 साल तक चलने वाले बीमा की बजाय आजीवन पॉलिसी लें। यह इसलिए भी, क्योंकि जब आप बुढ़ापे की ओर बढ़ते जाएंगे आपका प्रीमियम कम होता जाएगा।पीपीएफ: भविष्य निधि की परिपक्वता के बाद अपने पीपीएफ अकाउंट को बंद नहीं करें।आपको पीपीएफ द्वारा दी जाने वाली सामान्य ब्याज दर लगातार मिलती रहेगी।