देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में दमदार प्रदर्शन किया है। एसबीआई ने चौथी तिमाही में में शुद्ध मुनाफे में सालाना आधार पर 24 प्रतिशत अधिक तेजी दर्ज सबको चौंका दिया है। जनवरी-मार्च अवधि में एसबीआई का शुद्ध मुनाफा 20,698 करोड़ रुपये रहा। ट्रेजरी लाभ और फीस से प्राप्त आय से बैंक के मुनाफे को दम मिला।
एसबीआई के नतीजे से बाजार भी भौचक रह गया। ब्लूमबर्ग के एक सर्वेक्षण में विश्लेषकों ने चौथी तिमाही में एसबीआई का मुनाफा 13,450 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था।
तिमाही आधार पर एसबीआई का शुद्ध मुनाफा तीसरी तिमाही की तुलना में 125.9 प्रतिशत बढ़कर 9,164 करोड़ रुपये हो गया। पूरे वित्त वर्ष की बात करें तो बैंक का शुद्ध मुनाफा 61,077 करोड़ रुपये रहा। इसमें सालाना आधार पर 21.6 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
बैंक के निदेशकमंडल ने वित्त वर्ष 2024 के लिए प्रति शेयर 13.70 रुपये लाभांश देने की घोषणा की है। वित्त वर्ष 2023 के लिए एसबीआई ने प्रति शेयर 11.30 रुपये लाभांश देने की घोषणा की थी। एसबीआई के दमदार प्रदर्शन का असर इसके शेयर पर भी हुआ और इसका शेयर बीएसई पर 1.14 प्रतिशत चढ़कर 819.55 रुपये पर बंद हुआ।
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) सालाना आधार पर महज 3.13 प्रतिशत बढ़कर 41,655 करोड़ रुपये हो गई। तिमाही आधार पर शुद्ध ब्याज आय 4.62 प्रतिशत बढ़ी। तीसरी तिमाही में यह आय 39,816 करोड़ रुपये रही थी।
शुद्ध ब्याज आय की सुस्त चाल पर एसबीआई प्रमुख दिनेश खारा ने कहा कि ब्याज दरों में बदलाव का असर थोड़े समय बाद दिखता है। खारा ने कहा कि जमा पर लागत अब चरम पर पहुंच चुकी है और अब ऋणों पर ब्याज दरों में बदलाव होंगे।