Skip to content
  शनिवार 3 जून 2023
Trending
June 2, 2023मुंबई: समय की बेडियों में फंसी हाथगाड़ी से फूला कारोबार का दमJune 2, 2023भारत से सामान की खरीद में बाधा से लेकर तेजी, 10 वर्षों में क्या कुछ बदलाJune 2, 2023बाजार हलचल: 52 सप्ताह की ऊंचाई पर अपोलो हॉ​स्पिटल्सJune 2, 2023बाजार पर हावी रहेंगे तेजड़िये! निफ्टी और सेंसेक्स पर है अच्छी पकड़June 2, 2023तेजी से जारी हो रहा आयकर रिफंड, 10 दिन घटा रिफंड में लगने वाला समयJune 2, 2023Vande bharat express: वंदे भारत मॉडल में यात्री प्रबंधन में सुधार की दरकारJune 2, 2023बैंकों के ऋण और जमा में आई कमी, सीडी रेशियो पर पड़ा भारी असरJune 2, 2023आर्थिक वृद्धि के आंकड़े: बेहतर प्रदर्शन पर कुछ सवालJune 2, 2023पेरिस बैठक के एजेंडे में कृषि, मछली पालन पर सब्सिडी हो सकती है शामिलJune 2, 2023भारत की तरजीही योजना का काफी कम हुआ इस्तेमाल: WTO रिपोर्ट
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  आज का अखबार  ब्रोकिंग पर हमारी वित्तीय निर्भरता अब बहुत घटी है: CEO, ICICI Securities
आज का अखबारबाजारबैंक

ब्रोकिंग पर हमारी वित्तीय निर्भरता अब बहुत घटी है: CEO, ICICI Securities

अमेरिका और यूरोप में ताजा बैंकिंग संकट के साथ साथ वै​श्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा दर वृद्धि की आशंकाओं से पिछले कुछ दिनों के दौरान बाजार धारणा प्रभावित हुई। आईसीआईसीआई ​सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्या​धिकारी विजय चंडोक ने पुनीत वाधवा के साथ बातचीत में कहा कि ताजा घटनाक्रम से केंद्रीय बैंकरों का रुख सतर्क हो सकता है। उनका मानना है कि इससे वै​श्विक इ​क्विटी बाजार धारणा में कुछ हद तक सुधार आ सकता है। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:

पुनीत वाधवापुनीत वाधवा—March 26, 2023 8:16 PM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

क्या आप मानते हैं कि वै​श्विक केंद्रीय बैंक दर वृद्धि को लेकर नरम रुख अपनाएंगे?

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें 25 आधार अंक तक बढ़ाई हैं और संकेत दिया है कि बैंकिंग प्रणाली में उतार-चढ़ाव की वजह से दर वृद्धि का सिलसिला अनुमान के मुकाबले जल्द समाप्त हो सकता है। लगता है कि फेड के लिए प्राथमिकता वित्तीय मजबूती पर ध्यान देना है। इस वजह से डेट बाजार में फेड की नरमी या उसके द्वारा जताए गए अनुमान के मुकाबले जल्द दर कटौती की संभावना दिखी है।

क्या रिटेल निवेशक जो​खिम से अलग हो गए हैं?

अब तक छोटे निवेशकों का रुख बाजार गतिवि​धि के संदर्भ में मिश्रित रहा है। म्युचुअल फंडों के जरिये अप्रत्यक्ष निवेश बढ़ा है और पिछले दो महीनों में पूंजी प्रवाह में इजाफा दर्ज किया गया, जब बाजारों में गिरावट बनी रही। हालांकि कमजोर बाजार धारणा हाल के महीनों में कैश सेगमेंट में रिटेल वॉल्यूम के अनुपात में गिरावट की वजह से दिखी है। लेकिन मौजूदा बाह्य अनि​श्चितताएं थमने की वजह से जल्द ही इसमें बदलाव आ सकता है। डेरिवेटिव सेगमेंट में कारोबार बढ़ेगा, हालांकि रिटेल सेगमेंट में हाल के महीनों में गिरावट आई है।

क्या वै​श्विक बाजार 2023 में मंदी के दौर में प्रवेश कर सकते हैं?

ऊंची मुद्रास्फीति और वै​श्विक वृद्धि पर इसके संभावित प्रभाव की वजह से वै​श्विक तौर पर पूंजी बाजारों में कमजोरी दिखी। क्या बाजार मंदी के दौर में प्रवेश करेंगे या नहीं, इसे लेकर अटकलें जारी हैं। लेकिन हमारा मानना है कि ताजा घटनाक्रम को देखते हुए केंद्रीय बैंक नरम रुख अपना सकते हैं। इसकी वजह से वै​श्विक इ​क्विटी बाजार धारणा कुछ हद तक सुधर सकती है।

घरेलू संस्थान और रिटेल निवेशक किन हालात में ज्यादा चिंतित हो सकते हैं और बिकवाली बढ़ा सकते हैं?

जहां पिछले दो साल के दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बिकवाली की है, लेकिन यह निकासी भारत-केंद्रित नहीं थी। बाजार में ताजा कमजोरी को वै​श्विक चिंताओं से बढ़ावा मिला। हालांकि, FII के नजरिये से, शुद्ध बिकवाली अन्य उभरते बाजारों की तुलना में दो महीने में अपेक्षाकृत कम रही। FII का भरोसा लौटाने के लिए, वै​श्विक स्तर पर मजबूती जरूरी होगी। मौजूदा हालात में, पूंजी निवेश सुर​क्षित परिसंप​त्तियों में जा रहा है।

क्या बाजारों के लिए आने वाले नकारात्मक बदलाव अनुमान के मुकाबले कमजोर कॉरपोरेट आय की वजह से देखने को मिल सकते हैं?

मौजूदा बैंकिंग संकट के बीच, बाजार के लिए एक मुख्य जो​खिम है अमेरिकी अर्थव्यवस्था की चुनौतीपूर्ण उधारी। इससे ​निर्यात-केंद्रित क्षेत्र और भारतीय उद्योग जगत की आय प्रभावित हो सकती है। इ​क्विटी बाजारों (वै​श्विक और भारत, दोनों) में मौजूदा कमजोरी समान अनि​श्चितता की वजह से देखी जा सकती है, क्योंकि बाजार ब्याज दर को लेकर राह स्पष्ट होने और मंदी की मात्रा सुनिश्चित होने का इंतजार कर रहे हैं।

क्या छोटे निवेशक बाजारों में प्रत्यक्ष निवेश के बजाय एसआईपी को पसंद करेंगे?

एसआईपी के जरिये निवेश मजबूत बना हुआ है और इसमें तेजी आ रही है। जहां तक डायरेक्ट इक्विटी का सवाल है, महामारी के बाद पैदा हुआ उत्साह बरकरार नहीं है, क्योंकि कैश सेगमेंट में दैनिक कारोबार सालाना आधार पर करीब 25 प्रतिशत घटा है। इस गिरावट की एक मुख्य वजह मिडकैप और स्मॉलकैप का कमजोर प्रदर्शन है। कुछ अल्पाव​धि समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन हमारा मानना है कि भारतीय बाजारों में कम पैठ को देखते हुए भारत में मध्याव​धि और दीर्घाव​धि परिदृश्य अभी भी मजबूत बना हुआ है।

आपके लिए ब्रोकिंग कारोबार कैसा है?

हमारे लिए, राजस्व के प्रतिशत के तौर पर ब्रोकिंग का योगदान वित्त वर्ष 2019 के 55 प्रतिशत से घटकर अब करीब 35 प्रतिशत रह गया है। ब्रोकिंग पर हमारी वित्तीय निर्भरता पहले के मुकाबले काफी कम रह गई है। अप्रैल 2022 में कैश सेगमेंट में कारोबार चरम पर पहुंच गया था और उसके बाद से इसमें गिरावट आई है तथा फरवरी 2023 में यह घटकर 53,803 करोड़ रुपये रह गया। कमजोर बाजार और ऊंची मार्जिन जरूरतों की वजह से इस पर प्रभाव पड़ा। हालांकि डेरिवेटिव सेगमेंट ने कारोबार में 10 गुना से ज्यादा इजाफा दर्ज किया है और विकल्प सेगमेंट की मदद से इसमें लगातार तेजी जारी है।

FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आज का अखबार

भारत से सामान की खरीद में बाधा से लेकर तेजी, 10 वर्षों में क्या कुछ बदला

June 2, 2023 11:21 PM IST
आज का अखबार

बाजार हलचल: 52 सप्ताह की ऊंचाई पर अपोलो हॉ​स्पिटल्स

June 2, 2023 11:07 PM IST
आज का अखबार

बाजार पर हावी रहेंगे तेजड़िये! निफ्टी और सेंसेक्स पर है अच्छी पकड़

June 2, 2023 11:03 PM IST
अर्थव्यवस्था

तेजी से जारी हो रहा आयकर रिफंड, 10 दिन घटा रिफंड में लगने वाला समय

June 2, 2023 10:50 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में ‘सुधार के शुरुआती संकेत’: IMF

June 2, 2023 11:42 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

Pakistan Crisis: राजनीतिक के साथ आर्थिक संकट की गिरफ्त में पाकिस्तान, महंगाई रिकॉर्ड 37.97 फीसदी पर पहुंची

June 2, 2023 11:08 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन मंच पर लड़खड़ाकर गिरे

June 2, 2023 10:03 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

US Debt Ceiling Bill: अमेरिका के डेट डिफॉल्ट होने का खतरा टला, सीनेट ने पास किया बिल

June 2, 2023 9:37 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

आईटी शुल्क पर होगी भारत व यूरोपीय संघ के बीच बात

June 1, 2023 10:40 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

हम अपने रिश्तों को हिमालय जितनी ऊंचाई देने के लिए काम करते रहेंगे: मोदी

June 1, 2023 10:36 PM IST

Trending Topics


  • Market Updates
  • Stock Market Today
  • Stocks to Watch Today
  • MS Dhoni Knee Operation
  • US Debt Ceiling Bill
  • Gold-Silver Price
  • Apple iPhone
  • Bank of Maharashtra QIP
  • Rupee vs Dollar
  • Ashneer Grover

सबकी नजर


मुंबई: समय की बेडियों में फंसी हाथगाड़ी से फूला कारोबार का दम

June 2, 2023 11:21 PM IST

भारत से सामान की खरीद में बाधा से लेकर तेजी, 10 वर्षों में क्या कुछ बदला

June 2, 2023 11:21 PM IST

बाजार हलचल: 52 सप्ताह की ऊंचाई पर अपोलो हॉ​स्पिटल्स

June 2, 2023 11:07 PM IST

बाजार पर हावी रहेंगे तेजड़िये! निफ्टी और सेंसेक्स पर है अच्छी पकड़

June 2, 2023 11:03 PM IST

तेजी से जारी हो रहा आयकर रिफंड, 10 दिन घटा रिफंड में लगने वाला समय

June 2, 2023 10:50 PM IST

Latest News


  • मुंबई: समय की बेडियों में फंसी हाथगाड़ी से फूला कारोबार का दमJune 2, 2023
  • भारत से सामान की खरीद में बाधा से लेकर तेजी, 10 वर्षों में क्या कुछ बदलाJune 2, 2023
  • बाजार हलचल: 52 सप्ताह की ऊंचाई पर अपोलो हॉ​स्पिटल्सJune 2, 2023
  • बाजार पर हावी रहेंगे तेजड़िये! निफ्टी और सेंसेक्स पर है अच्छी पकड़June 2, 2023
  • तेजी से जारी हो रहा आयकर रिफंड, 10 दिन घटा रिफंड में लगने वाला समयJune 2, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
60431.00 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स60431
380.06%
निफ्टी60431
380%
सीएनएक्स 50014954
130.08%
रुपया-डॉलर82.05
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
AU Small Finance679.6017.08
IDBI Bank51.679.66
Guj. Ambuja Exp265.707.51
Welspun India80.936.40
Chola Financial600.304.48
Graphite India278.304.43
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
AU Small Finance679.2017.07
F A C T320.8012.40
IDBI Bank51.709.77
Guj. Ambuja Exp265.557.66
Welspun India81.156.64
Ingersoll-Rand2763.055.53
आगे पढ़े  

# TRENDING

Market UpdatesStock Market TodayStocks to Watch TodayMS Dhoni Knee OperationUS Debt Ceiling BillGold-Silver PriceApple iPhoneBank of Maharashtra QIPRupee vs DollarAshneer Grover
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us