इंडिया रेटिंग्स ने संकट में फंसे निजी क्षेत्र के इंडसइंड बैंक को ‘रेटिंग वॉच विद नेगेटिव इंप्लीकेशंस’ दर्जे से हटा दिया है व ऋणदाता के डेट इंस्ट्रूमेंट के लिए ‘एए प्लस’ रेटिंग की पुष्टि की है।
रेटिंग एजेंसी ने इन इंस्ट्रूमेंट्स पर नकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखा है, जो वित्त वर्ष 2025 में बैंक द्वारा कुल 4,920 करोड़ रुपये की कई अकाउंटिंग विसंगतियों और कमजोर आंतरिक नियंत्रण की रिपोर्टिंग से उत्पन्न चिंताओं को दर्शाता है। इंडिया रेटिंग्स ने 20 मार्च, 2025 को डेट इंस्ट्रूमेंट्स को ‘रेटिंग वॉच विथ नेगेटिव इंप्लीकेशंस’ पर रखा था, क्योंकि बैंक ने अपने डेरिवेटिव खाते की बैलेंस पोर्टफोलियो में विसंगतियों और इसकी कुल संपत्ति पर इसके प्रतिकूल प्रभाव के बारे में खुलासे किए थे। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के परिणाम घोषित करते हुए बैंक प्रबंधन ने कहा था कि उसने अनियमितताओं के लिए सक्रियता से वृद्धिशील प्रावधान किए हैं और कॉर्पोरेट बुक में रन-डाउन से 62,000 करोड़ रुपये नकदी का प्रावधन किया गया है।
इन कदमों से राहत मिली है और तत्काल कोई कम अवधि के लिए नकदी की जरूरत नहीं होगी, लेकिन फ्रैंचाइज की स्थिरका को लेकर निकट से लेकर मध्यावधि तक चिंता जारी रहेगी।