RBI Repo Rate Cut 2025: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रीपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती के बाद देश के प्रमुख बैंकों ने अपने कर्ज की ब्याज दरों में कमी की है। सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने अपनी रीपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) को 50 बेसिस पॉइंट घटाकर 8.15% कर दिया है। वहीं, निजी क्षेत्र के HDFC बैंक ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में सभी अवधियों के लिए 10 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। यह बदलाव 7 जून से लागू हो चुके हैं।
RBI ने शुक्रवार को अपनी मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रीपो रेट को 50 बेसिस पॉइंट घटाकर 5.5% करने का फैसला किया। यह कटौती अपेक्षा से अधिक थी। इसके साथ ही, RBI ने बैंकों के लिए कैश रिजर्व रेशियो (CRR) को 100 बेसिस पॉइंट कम करके 3% कर दिया, जिससे बैंकिंग सिस्टम में 2.5 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध होगी। इसका मकसद अर्थव्यवस्था को गति देना है। यह 2025 में RBI की तीसरी रेट कटौती है। इससे पहले फरवरी और अप्रैल में 25-25 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई थी।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपनी RLLR में RBI की पूरी कटौती को लागू कर दिया है। बैंक के मुताबिक, नई दर 8.15% हो गई है, जिससे होम लोन, ऑटो लोन और अन्य रीपो-लिंक्ड कर्ज सस्ते होंगे। दूसरी ओर, HDFC बैंक ने MCLR में 10 बेसिस पॉइंट की कमी की है। इसके तहत ओवरनाइट और एक महीने की दर अब 8.90%, तीन महीने की दर 8.95%, छह महीने और एक साल की दर 9.05%, जबकि दो और तीन साल की दर 9.10% हो गई है। इससे MCLR से जुड़े कर्ज, जैसे कुछ पर्सनल और बिजनेस लोन, सस्ते होंगे।
गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली RBI की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति ने 5:1 के बहुमत से रीपो रेट घटाने का फैसला लिया। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे कर्ज लेना आसान और सस्ता होगा, जिससे उपभोक्ता खर्च और निवेश बढ़ सकता है। यह कदम अर्थव्यवस्था को मजबूती देने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।