लोक सभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए 12 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की 93 सीटों के लिए आज मतदान होगा। इस चरण के मतदान के साथ ही 543 लोक सभा सीटों में से 283 यानी 52 प्रतिशत पर चुनाव संपन्न हो जाएगा।
भारतीय स्टेट बैंक के शोध पत्र के अनुसार जिन सीटों पर मंगलवार को चुनाव होगा, वहां पिछले लोक सभा चुनाव में 68.4 प्रतिशत वोट पड़े थे। वर्ष 2019 के चुनाव में इन सभी सीटों पर भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था। खासकर गुजरात, कर्नाटक और मध्य प्रदेश की सभी सीटों पर विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया था।
इस चरण में समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव समेत यादव परिवार के तीन सदस्यों के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की सुप्रिया सुले के भाग्य का फैसला हो जाएगा। महाराष्ट्र के बारामती से मैदान में सुले का मुकाबला अपनी ननद सुनेंत्र पवार (राकांपा)से है।
सूरत को छोड़ गुजरात की सभी 25 सीटों पर भी आज मतदान होगा। सूरत में कांग्रेस उम्मीदवार का पर्चा खारिज होने और अन्य प्रत्याशियों के नाम वापस लेने के कारण भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है। केंद्र शासित प्रदेश दादर और नागर हवेली तथा दमन और द्वीव में भी मंगलवार को ही वोट डाले जाएंगे।
इसके अलावा, गोवा की 2, असम की 4, छत्तीसगढ़ की 7 और कर्नाटक की 14 सीटों पर मतदान होगा। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की कई सीटों पर इसी चरण में मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गांधीनगर लोक सभा सीट के अंतर्गत आने वाले अहमदाबाद शहर में अपना वोट डालने की संभावना है। वह रानिप कॉलोनी में स्थित निशान पब्लिक स्कूल में बने बूथ पर मतदान कर सकते हैं, जबकि यहां से भाजपा के उम्मीदवार मौजूदा सांसद और गृह मंत्री अमित शाह शहर के नारनपुरा उपमंडल कार्यालय में बने बूथ पर वोट डालेंगे।
तीसरे चरण में 1,300 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें लगभग 120 महिला उम्मीदवार हैं। तीसरे चरण में अमित शाह के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया (गुना), मनसुख मांडविया (पोरबंदर), पुरुषोत्तम रूपाला (राजकोट), प्रह्लाद जोशी (धारवाड़) और एसपी सिंह बघेल (आगरा) जैसे केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत भी ईवीएम में बंद हो जाएगी।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (विदिशा) और दिग्विजय सिंह (राजगढ़), कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (हावेरी) और एआईयूडीएफ के बदरुद्दीन अजमल (धुबरी) का फैसला भी इसी चरण में हो जाएगा।