सिटी ग्रुप ने मंगलवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि केंद्र की अगली सरकार भी सुधार के एजेंडे पर आगे कदम बढ़ाएगी और उसका पूरा जोर बुनियादी ढांचा, विनिर्माण क्षेत्र और ऊर्जा सेक्टर के विकास पर रहेगा। समूह ने कहा कि उन्हें यह भी भरोसा है कि प्रमुख क्षेत्रों में विनिवेश की प्रक्रिया और तेज होगी।
पूर्व के चुनावी रुझानों का उदाहरण देते हुए सिटी ग्रुप ने कहा कि विपक्ष की एकजुटता का भाजपा के चुनाव नतीजों पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ने वाला। हिंदी पट्टी में भाजपा की मजबूती भी विपक्ष की सबसे बड़ी कमजोरी है।
सबसे बड़े चौंकाने वाले नतीजे चार प्रमुख राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक, पश्चिमी बंगाल और बिहार से आ सकते हैं। हमारा विश्लेषण कहता है कि यदि पांच फीसदी वोट शेयर भी इधर-उधर हुए तो राजग आराम से बहुमत का आंकड़ा पार कर लेगा।
समूह ने कहा कि यदि 7 फीसदी वोट शेयर पलटकर राजग के खाते में आ जाते हैं तो यह गठबंधन अपने 400 सीट के लक्ष्य को बहुत आसानी से पीछे छोड़ देगा।