जम्मू-कश्मीर के विधान सभा चुनाव के लिए पहले चरण में मैदान में खड़े 219 उम्मीदवारों में से 50 प्रतिशत करोड़पति हैं। राज्य में पहले चरण में 18 सितंबर को मतदान होगा। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने शुक्रवार को बताया कि नामांकन के समय दाखिल हलफनामे के अनुसार प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 3 करोड़ रुपये है। कुल 13 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनमें प्रत्येक के पास 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। नौ महिलाएं भी विधान सभा जाने के लिए किस्मत आजमा रही हैं।
महबूबा मुफ्ती की पीपल डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सबसे ज्यादा 21 में से 18 उम्मीदवार करोड़पति हैं। विधान सभा चुनाव लड़ने वाले सबसे धनी नेता अब्दुल गफ्फार सोफी भी पीडीपी से ही हैं। उनके पास 66 करोड़ रुपये की संपत्ति है। नैशनल कॉन्फ्रेंस के 16 में से 16 प्रत्याशियों के पास एक करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति है। इसी प्रकार भाजपा के 16 में से 11 और कांग्रेस के 9 में से 8 प्रत्याशियों ने स्वयं को करोड़पति बताया है। आप के 7 में से 1 प्रत्याशी ही करोड़पति है।
पहले चरण के चुनावी रण में उतरे प्रत्याशियों में 16 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 25 अथवा कुल 11 प्रतिशत के खिलाफ जघन्य अपराध के मामले हैं। चार के खिलाफ हत्या के प्रयास, दो पर महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म व हिंसा के मामले दर्ज हैं। जहां तक शिक्षा की बात है तो कुल उम्मीदवारों में 108 या 49 प्रतिशत ने स्वयं को स्नातक या इससे अधिक शिक्षित घोषित किया है।
इनमें 5 डिप्लोमाधारी हैं और तीन अशिक्षित भी हैं। पहले चरण में किस्मत आजमा रहे कुल उम्मीदवारों में 19 प्रतिशत की उम्र 60 साल से अधिक है। 70 प्रत्याशियों की उम्र 25 से 40 वर्ष के बीच है, जबकि 108 उम्मीदवारों की उम्र 41 से 60 साल है। इसी प्रकार 41 कंडिडेट ऐसे हैं, जिनकी उम्र 61 से 80 साल के बीच है।