US-India trade: अमेरिका भारत के साथ ‘लाभकारी और संतुलित’ व्यापार संबंध को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने यह बात अमेरिका द्वारा व्यापार भागीदार देशों पर बराबरी वाला शुल्क लगाए जाने की अपनी योजना के एक हफ्ते पहले कही।
इस बीच द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा के लिए दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिका के सहायक व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों की एक टीम 25 मार्च को 5 दिवसीय भारत यात्रा पर आ रही है। यह प्रतिनिधिमंडल भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेगा।
समझा जाता है कि चर्चा में प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते के विवरण पर चर्चा की जाएगी और समझौते की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा। लिंच द्विपक्षीय व्यापार समझौते के मुख्य वार्ताकार भी हैं। दोनों पक्षों का लक्ष्य 2025 के अंत तक समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देना है। यूएसटीआर की वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ भी बैठक हो सकती है। वाणिज्य विभाग के बयान के मुताबिक आधिकारिक स्तर पर नियमित भारत-अमेरिका व्यापार संबंधी बातचीत के तहत सहायक यूएसटीआर की अगुआई में अमेरिकी सरकारी अधिकारियों का एक दल भारत आ रहा है। बयान में कहा गया है, ‘भारत समृद्धि और नवाचार को बढ़ावा देने तथा दोनों देशों के बीच आपूर्ति श्रृंखला के एकीकरण को व्यापक बनाने के लिए व्यापार और आर्थिक क्षेत्र में अमेरिका के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम पारस्परिक रूप से लाभकारी तरीके से अपने द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ उत्पादक और रचनात्मक चर्चा की आशा करते हैं।’
अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम व्यापार और निवेश मामलों पर भारत सरकार के साथ अपनी मौजूदा सहभागिता को महत्त्व देते हैं और रचनात्मक, न्यायसंगत और दूरंदेशी तरीके से इन चर्चाओं को जारी रखने के लिए उत्सुक हैं।’
यूएसटीआर की यह यात्रा अमेरिकी प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ गोयल की बैठक के कुछ हफ्तों के बाद हो रही है। गोयल ने 4 से 6 मार्च के दौरान अमेरिका में यूएसटीआर जैमीसन ग्रीर और वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लटनिक सहित अन्य अधिकारियों संग बैठक की थी।
भारत ने अपने दृष्टिकोण और वार्ता के संबंध में अनौपचारिक प्रस्तावों को व्यक्त करने के लिए अमेरिका के साथ एक चर्चा पत्र साझा किया है जिसका मकसद आधिकारिक तौर पर बातचीत शुरू होने से पहले अमेरिकी पक्ष की स्थिति का आकलन करना है।
ट्रंप सरकार ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति के तहत 2 अप्रैल से अपने व्यापार भागीदारों और अन्य राष्ट्रों पर बराबरी शुल्क लागू करने की योजना बना रही है। बराबरी वाले शुल्क को उचित तरीके से लागू करने का खाका यूएसटीआर टीम द्वारा तैयार किया जा रहा है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘यह शुल्क देश या उत्पाद-विशिष्ट आधार पर लगाया जाएगा या नहीं, इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। इसलिए हम द्विपक्षीय व्यापार समझौता वार्ता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं क्योंकि व्यापार समझौता शुल्क और बाजार पहुंच से संबंधित कई चिंताओं को दूर करेगा।’ बीते शुक्रवार को ट्रंप ने कहा था कि बराबरी वाली शुल्क योजना में लचीलापन होगा।