चालू वित्त वर्ष में उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत लाभार्थियों को 13,000 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है, जबकि पिछले साल 2,900 करोड़ रुपये मिले थे।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग के सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि चालू वर्ष से वितरण संख्या काफी बड़ी होगी। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि इस साल वितरण करीब 13,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा।’
सरकार ने योजना के तहत अब तक प्राप्त 3,400 करोड़ रुपये के दावों में से मार्च, 2023 तक केवल 2,900 करोड़ रुपये का वितरण किया है। इसकी घोषणा 2021 में 1.97 लाख करोड़ रुपये के साथ दूरसंचार, एसी-फ्रिज, कपड़ा, चिकित्सा उपकरणों के विनिर्माण, वाहन, विशेष इस्पात, खाद्य उत्पाद, उच्च दक्षता वाले सौर पीवी, सेल बैटरी, ड्रोन और फार्मा जैसे 14 क्षेत्रों के लिए की गई थी।
यह पूछे जाने पर कि पूरा फंड कब वितरित किया जाएगा, सिंह ने कहा, यह कहना मुश्किल है क्योंकि कई कारक भूमिका निभाते हैं। लेकिन हमें उम्मीद है कि योजना के कार्यकाल के दौरान, इसका एक बड़ा हिस्सा समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि योजना से होने वाली बचत पर पहले से ही अन्य PLI योजनाओं या पुनर्गठित पीएलआई योजनाओं के लिए विचार किया जा रहा है। पुनर्गठित पीएलआई योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर सचिव ने कहा कि वे अंतर-मंत्रालयी परामर्श के विभिन्न चरणों में हैं।