भारत और ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि दोनों देशों ने आपसी व्यापार संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए दिसंबर 2021 तक एक अंतरिम समझौते को अंतिम रूप देने का लक्ष्य तय किया है। शुरुआती समझौता दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय समग्र आर्थिक सहयोग समझौता (सीईसीए) जल्द होने की राह निकालेगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और उनके ऑस्ट्रेलियाई उद्योग मंत्री डैन तेहान के बीच एक दिन पहले वीडियो कॉल पर हुई बैठक के दौरान कारोबारी बातचीत में सहमति बनने के बाद यह बयान आया है।
दोनों देशों के मुख्य व्यापार वार्ताकारों के बीच अब तक 3 दौर की बातचीत हो चुकी है। दोनों मंत्रियों ने अपने अधिकारियों को बातचीत में तेजी लाने का निर्देश दिया है और द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) को जल्द किसी मुकाम तक पहुंचाने पर चर्चा की।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘इस संबंध में मंत्रियों ने अधिकारियों को बातचीत में तेजी लाने और वस्तुओं तथा सेवाओं के द्विपक्षीय व्यापार को उदार बनाने के लिए दिसंबर 2021 तक एक अंतरिम समझौते को अंतिम रूप देने के लिए जितनी बार जरूरी हो, बैठक करने का निर्देश दिया।’ बयान के मुताबिक दोनों नेताओं ने एक पूर्ण सीईसीए की दिशा में एक अंतरिम समझौते के संभावित अवसरों और प्रभावों पर विचार-विमर्श करने का फैसला भी किया। शुरुआती समझौते या जल्द परिणाम देने वाले समझौते के असर पर भी सीईसीए को अंतिम रूप देने पर विचार किया जाएगा।
बयान में कहा गया है, ‘दोनों मंत्री संतुलित व्यापार समझौते पर विचार कर रहे हैं, जिससे कारोबार और निवेश के प्रवाह को प्रोत्साहन मिलेगा और दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं और नागरिकों को इससे लाभ होगा। यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था के नियमों के मुताबिक प्रतिबद्धता के मुताबिक नजर आएगा।’
पिछले सप्ताह गोयल ने कहा था कि भारत शीर्ष कारोबारी साझेदारों के साथ अपने मुक्त व्यापार रणनीति को दुरुस्त कर रहा है और ऑस्ट्रेलिया व ब्रिटेन जैसे देशों के साथ जल्द परिणाम देने वाले अंतरिम समझौते पर बातचीत कर रहा है।
इसके पहले ऑस्ट्रेलिया के साथ एक व्यापार वार्ता रुक गई थी, क्योंकि दोनों देशों के बीच कई मसलों पर आम सहमति नहीं बन पाई।