भारत में वियतनाम के राजदूत न्गुयेन थान्ह हाई ने सोमवार को कहा कि भारत व वियतनाम के बीच व्यापार 20 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचना चाहिए। राजदूत ने भारत चैम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयाजित सत्र में कहा, ‘हमारी व्यापारिक साझेदारी में द्विपक्षीय व्यापार 15 अरब डॉलर पर पहुंच रहा है जो महत्त्वपूर्ण मुकाम है। अगर आप दोनों देशों के कुल व्यापार को देखते हैं तो यह छोटा सा हिस्सा है।’ उन्होंने बताया, ‘बेहद संभावनाएं हैं। हमें एक दूसरे के साथ व्यापार को अधिक बढ़ाने के लिए रास्ते खोजने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि व्यापार को और बढ़ावा देने के लिए माहौल ‘बहुत अनुकूल’ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन से मुलाकात की। राजदूत ने कहा कि दो नेताओं के बीच इस तरह की बैठकें व्यापार और निवेश सहित समग्र द्विपक्षीय संबंधों के लिए दिशानिर्देश प्रदान करती हैं। राजदूत हाई ने बताया कि भारत में निवेश धीरे-धीरे बढ़ रहा है और यह द्विपक्षीय संबंधों में महत्त्वपूर्ण बदलाव है।
उन्होंने वियतनाम के इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता विनफास्ट का हवाला देते हुए कहा कि यह तमिलनाडु में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए पहले चरण में 50 करोड़ डॉलर का निवेश कर रहा है। यह व्यापार और निवेश का सबसे प्रमुख उदाहरण है। हाई ने कहा, ‘उनका उत्पाद आने वाले महीनों में पेश किया जाएगा।’
चर्चा है कि इस परियोजना में कुल निवेश 2 अरब डॉलर है। राजदूत हाई ने कहा, ‘हम जब भारत में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण में निवेश करते हैं, तब हम विदेशी कंपनियों को वियतनाम में व्यवसाय स्थापित करने के लिए भी आकर्षित करते हैं। भारतीय कंपनियां वाहन क्षेत्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।’
सोमवार की शुरुआत तक वियतनाम अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करने वाले दो देशों में से एक था। राजदूत हाई ने कहा कि हर बार जब वियतनाम मुक्त व्यापार समझौते में शामिल होता है, तो बड़ी चुनौती होती है – विदेशी कंपनियों के प्रवेश को लेकर चिंताएं और डर। उन्होंने कहा ‘हम अंततः ऐसी चुनौतियों से पार पा लेते हैं और अपने लोगों, अपने व्यवसायों के लाभ के लिए उन समझौतों का लाभ उठाते हैं।’