प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वें वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन की पूर्व-संध्या पर मंगलवार को ‘वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक व्यापार प्रदर्शनी-2024’ का उद्घाटन किया। यह वैश्विक प्रदर्शनी गुजरात की राजधानी गांधीनगर में हेलीपैड ग्राउंड प्रदर्शनी केंद्र के कई हॉल में लगाई गई है। इसका कुल क्षेत्रफल करीब दो लाख वर्ग मीटर है।
प्रदर्शनी में कुल 20 देश शिरकत कर रहे हैं। इसकी शुरुआत वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन से ठीक पहले हुई है। इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी अपराह्न तीन बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ प्रदर्शनी में लगे कई स्टॉल को देखा।
उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी और अन्य अतिथियों का स्वागत करने के लिए स्थानीय कॉलेजों के विद्यार्थी बड़ी संख्या में मौजूद थे। इसमें शोध क्षेत्र से जुड़े करीब 1,000 स्टॉल लगाए गए हैं। इसमें कुल 13 हॉल हैं जो ‘मेक इन गुजरात’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे 13 अलग-अलग विषयों पर केंद्रित हैं।
प्रदर्शनी में महिला सशक्तीकरण, एमएसएमई विकास, नई प्रौद्योगिकी, हरित और स्मार्ट बुनियादी ढांचे और टिकाऊ ऊर्जा पर खास ध्यान दिया गया है। प्रदर्शनी बुधवार और गुरुवार को कारोबारों के लिए खुला रहेगी जबकि आम जनता के लिए यह उसके बाद दो दिन खुलेगी।
इस प्रदर्शनी में ऑस्ट्रेलिया, तंजानिया, मोरक्को, मोजाम्बिक, दक्षिण कोरिया, थाइलैंड, एस्टोनिया, बांग्लादेश, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ब्रिटेन, जर्मनी, नॉर्वे, फिनलैंड, नीदरलैंड, रूस, रवांडा, जापान, इंडोनेशिया और वियतनाम अपने उद्योगों के बारे में जानकारी देंगे।
मोदी ने विभिन्न कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दुनिया की प्रमुख कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की। उनकी यह मुलाकात ‘वाइब्रेंट’ गुजरात शिखर सम्मेलन से पहले अर्थव्यवस्था को गति देने तथा रोजगार सृजित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के इरादे से हुई है।
10 जनवरी को शुरू हो रहे ‘वाइब्रेंट’ गुजरात शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले प्रधानमंत्री ने सुजूकी मोटर कॉर्प, माइक्रोन टेक्नोलॉजी और एपी मोलर के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की और उद्योग से जुड़े मुद्दों तथा निवेश अवसरों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा है, ‘मोदी और सुजूकी मोटर कॉर्प के प्रतिनिधि निदेशक और अध्यक्ष तोशिहीरो सुजूकी ने भारत में विनिर्मित वाहनों का निर्यात करके देश को वैश्विक वाहन बाजार में एक मजबूत यूनिट बनाने की मारुति सुजूकी की योजनाओं पर चर्चा की। साथ ही दोनों ने वाहनों को कबाड़ में बदलने और वाहन पुनर्चक्रण से संबंधित वैश्विक स्तर की बेहतर गतिविधियों को लागू करने को लेकर भी बातचीत की।’
मारुति सुजूकी गुजरात में कार बनाने का दूसरा कारखाना लगाने पर विचार कर रही है। यह कंपनी का देश में पांचवा कारखाना होगा। प्रधानमंत्री कार्यालय ने लिखा है, ‘माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय मेहरोत्रा ने प्रधानमंत्री मोदी से गांधीनगर में मुलाकात की। उन्होंने भारत में सेमीकंडक्टर विनिर्माण परिवेश को बढ़ाने के लिए माइक्रोन के प्रयासों पर चर्चा की।’
अमेरिकी चिप बनाने वाली प्रमुख कंपनी माइक्रोन ने अहमदाबाद से लगभग 40 किलोमीटर दूर साणंद में 2.75 अरब डॉलर के सेमीकंडक्टर कारखाने का निर्माण शुरू कर दिया है। कारखाने के इस साल दिसंबर तक तैयार होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री ने डीपी वर्ल्ड के समूह चेयरमैन और सीईओ अहमद बिन सुलायेम से भी मुलाकात की। उन्होंने भारत में निवेश को आगे बढ़ाने के लिए डीपी वर्ल्ड की योजनाओं पर चर्चा की। विशेष रूप से टिकाऊ, हरित और ऊर्जा दक्ष बंदरगाहों और विश्वस्तरीय पर्यावरण अनुकूल लॉजिस्टिक बुनियादी ढांचे के निर्माण से संबंधित मामलों पर चर्चा हुई।
डीपी वर्ल्ड ने पिछले साल गुजरात के कांडला में एक नए 21.9 लाख टन टीईयू (टीईयू बराबर 20 फुट समतुल्य यूनिट) प्रतिवर्ष मेगा-कंटेनर टर्मिनल के विकास, परिचालन और रखरखाव के लिए दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण के साथ एक रियायती समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
दुबई की लॉजिस्टिक कंपनी वर्तमान में भारत में पांच कंटेनर टर्मिनल का परिचालन करती है। इसमें से दो मुंबई में, एक-एक मुंद्रा, कोचीन और चेन्नई में हैं। इनकी कुल क्षमता लगभग 60 लाख टीईयू है।