भारत की सबसे बड़ी निजी तेल रिफाइनरी कंपनी रिलायंस को अमेरिका से मंजूरी मिल गई है कि वह वेंजुएला से तेल खरीद सकती है। पहले अमेरिका ने वेंजुएला पर प्रतिबंध लगा रखा था।
सूत्रों के मुताबिक, रिलायंस जल्द ही वेंजुएला से तेल खरीदना शुरू कर देगी। पिछली बार जब वेंजुएला पर से प्रतिबंध हटा था, तब भारत ने वेंजुएला से जो भी तेल खरीदा था, उसमें से लगभग 90% हिस्सा रिलायंस का था।
पिछले साल अमेरिका ने वेनेजुएला के सोने और तेल उद्योगों पर लगे प्रतिबंध कुछ समय के लिए हटा लिए थे। क्योंकि वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और विपक्ष ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने का समझौता किया था।
लेकिन जब वेनेजुएला ने इस समझौते का पालन नहीं किया, तो अमेरिका ने अप्रैल में फिर से प्रतिबंध लगा दिए। अब तेल कंपनियां वहां बिजनेस करने के लिए अमेरिकी ट्रेजरी विभाग से परमिट मांग रही हैं।
Kpler की शिपिंग रिपोर्ट और डेटा के अनुसार, वेनेजुएला से कच्चे तेल का निर्यात जून में 654,000 बैरल प्रतिदिन तक पहुंच गया, जो अप्रैल 2020 के बाद से सबसे अधिक है। अमेरिका द्वारा प्रतिबंधों के बावजूद देश में ड्रिलिंग जारी रखने के लिए कंपनियों को एक विशेष लाइसेंस देने के बाद यह वृद्धि हुई है।
रिलायंस के अलावा, भारत की सरकारी स्वामित्व वाली ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन की विदेशी निवेश शाखा ONGC विदेश लिमिटेड ने भी वेनेज़ुएला से कच्चा तेल आयात करने के लिए छूट के लिए अप्लाई किया है। (ब्लूमबर्ग के इनपुट के साथ)