वेदांत ने शनिवार को कहा कि वह राजस्थान में अलग-अलग बिजनेसों में 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करेगी। इनमें जिंक, तेल और गैस जैसे क्षेत्रों में निवेश शामिल है। वेदांत ग्रुप की कंपनी हिंदुस्तान जिंक 30,000 करोड़ रुपये का निवेश करके अपनी जिंक उत्पादन क्षमता को 1.2 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) से बढ़ाकर 2 MTPA करेगी। इसके साथ ही, सिल्वर उत्पादन को 800 टन से बढ़ाकर 2,000 टन किया जाएगा और एक 1 MTPA क्षमता वाला फर्टिलाइज़र प्लांट भी लगाया जाएगा।
वेदांत लिमिटेड की सहायक कंपनी केयर्न ऑयल एंड गैस 35,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी ताकि उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 3 लाख बैरल प्रतिदिन किया जा सके।
इसके अलावा, वेदांत समूह की एक और इकाई सेरेंटिका रिन्यूएबल्स 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिससे 10,000 मेगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता का विकास किया जाएगा। यह निवेश ऊर्जा ट्रांजिशन में मदद करेगा और पर्यावरण के नियमों का पालन करते हुए हरित निर्माण को बढ़ावा देगा।
वेदांत ने उदयपुर क्षेत्र में एक औद्योगिक पार्क बनाने की घोषणा की है, जहां छोटे और मझोले उद्योगों को 5 करोड़ रुपये से निवेश शुरू किया जा सकेगा। यह पार्क नॉन-प्रॉफिट के आधार पर चलाया जाएगा।
वेदांत ने यूके में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान रोडशो’ में भाग लिया, जिसकी अगुवाई राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और राज्य के मंत्रियों के एक दल ने की। मुख्यमंत्री ने वेदांत के चेयरमैन अनिल अग्रवाल से मुलाकात की और जिंक, तेल और गैस, और अक्षय ऊर्जा में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश पर चर्चा की।
इस निवेश से 2 लाख से अधिक नौकरियां पैदा होंगी, 500 से ज्यादा डाउनस्ट्रीम उद्योगों का विकास होगा, और आयात पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।
राजस्थान कुछ ऐसे चुनिंदा राज्यों में से है, जहां हाइड्रोकार्बन के साथ-साथ जिंक, सीसा, चांदी, सोना, तांबा, पोटाश, रॉक फॉस्फेट, संगमरमर और अन्य बेहतरीन क्वालिटी के खनिज बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं।
अनिल अग्रवाल ने कहा, “हम राज्य सरकार के साथ मिलकर आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र में जीवन की क्वालिटी सुधारने के लिए काम करने पर गर्व महसूस करते हैं,”
वेदांत अब तक राजस्थान में 1.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश कर चुका है। इसके दो प्रमुख व्यवसाय, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा जिंक उत्पादक है, और केयर्न ऑयल एंड गैस, राजस्थान में अपने सबसे बड़े ऑपरेशन्स कर रहे हैं।
वेदांत समूह की कंपनी केयर्न ऑयल एंड गैस देश के घरेलू कच्चे तेल उत्पादन में 25 प्रतिशत का योगदान देती है, जिसमें से बड़ा हिस्सा राजस्थान के बाड़मेर में स्थित उसके ऑपरेशन्स से आता है। (PTI के इनपुट के साथ)