कैब सेवा प्रदान करने वाले प्लेटफॉर्म उबर ने उपयोगकर्ताओं को इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की यात्रा के लिए बुकिंग प्रदान करने के लिए भारत में ‘उबर ग्रीन’ की शुरुआत करने की आज घोषणा की। साथ ही इलेक्ट्रिक कार और दोपहिया के नए बेड़े के लिए रकम जुटाने, पहुंच और चार्जिंग के लिए कई नई साझेदारी की भी घोषणा की।
उबर ग्रीन के साथ यात्री जीवाश्म-ईंधन वाली कार के बजाय पूरी तरह से इलेक्ट्रिक, शून्य उत्सर्जन वाले वाहन के विकल्प का अनुरोध कर सकते हैं। जून से आरंभ होने वाली इस सेवा को शुरुआत में दिल्ली, मुंबई और बेंगलूरु में पेश किया जाएगा। कंपनी का लक्ष्य वर्ष 2040 तक शून्य-उत्सर्जन प्लेटफॉर्म बनना है। वर्तमान में उबर ग्रीन 15 देशों के 100 से अधिक शहरों में सक्रिय है।
उबर ने भारत में विभिन्न इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं और अन्य इकाइयों के साथ हाथ मिलाने की घोषणा की है। उबर ने बुधवार को कहा कि वह अपने भागीदारों के हरित परिवहन की ओर बदलाव में मदद करना चाहती है। कंपनी ने कहा कि उसने अगले दो साल में भारत में उबर मंच पर 25,000 इलेक्ट्रिक कारों को तैनात करने के लिए ईवी फ्लीट भागीदार लिथियम अर्बन टेक्नोलॉजीज, एवरेस्ट फ्लीट प्राइवेट लिमिटेड और मूव के साथ अपनी भागीदारी का विस्तार किया है।
इसके अलावा उबर ने वर्ष 2024 तक दिल्ली में 10,000 ईवी दोपहिया वाहनों के लिए जिप इलेक्ट्रिक के साथ साझेदारी की है। कंपनी ने ईवी के लिए रकम का इंतजाम करने के लिए 1,000 करोड़ रुपये निकालने को सिडबी से भी हाथ मिलाया है। उबर ने कहा कि वह जियो-बीपी के जरिये बीपी के साथ अपनी वैश्विक भागीदारी को भारत ला रही है। इसके अलावा उसने उबर इलेक्ट्रिक वाहनों की तेजी से चार्जिंग के लिए जीएमआर ग्रीन एनर्जी के साथ भी करार किया है। उबर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (मोबिलिटी ऐंड बिजनेस ऑपरेशंस) एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने कहा, भारत का विशाल पैमाना और विद्युतीकरण की रफ्तार देश को उबर के लिए प्राथमिकता बनाती है।