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5G auction: टेलीकॉम स्पेक्ट्रम नीलामी हुई शुरू, बोली लगाने की रेस में Jio, Airtel और VI शामिल

5G auction: रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए सबसे अधिक 3000 करोड़ रुपए की बयाना रकम जमा की है।

Last Updated- June 25, 2024 | 11:50 AM IST
Most 5G users experience reduced 'call drops', faster 'data speeds' 5G यूजर्स में अधिकांश ने 'कॉल ड्रॉप' में कमी, तेज 'डेटा स्पीड' का अनुभव किया
Representative Image

5G auction: आठ बैंडों में 96,000 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के स्पेक्ट्रम की नीलामी आज (मंगलवार) 10 बजे से शुरू हो गई। इस नीलामी में हिस्‍सा लेने के लिए 3 टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनियों ने आवेदन किया है, जिनमें रिलायंस जियो (Reliance Jio), भारती एयरटेल (Bharti Airtel) और वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के नाम शामिल है।
बता दें कि इससे पहले टेलीकॉम स्पेक्ट्रम नीलामी अगस्त 2022 में हुई थी, जिसमें पहली बार 5जी सेवाओं के लिए रेडियो वेव्स शामिल की गईं थीं।

सरकार को मिलेंगे 96,318 करोड़ रुपये

सरकार की ओर से 96,318 करोड़ रुपये कीमत के 8 बैंड की नीलामी की जाएगी। 8 बैंड्स 5G एयरवेव्स — 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में उपलब्ध सभी स्पेक्ट्रम 10वीं नीलामी का हिस्सा हैं। इस बार की नीलामी से सरकार को लगभग 96,317 करोड़ रुपये का फायदा होने वाला है। ऐसा अनुमान है कि इस साल ऑक्शन नीलामी में तीनों कंपनियों (Jio, Airtel, VI) कुल मिलाकर 10,000 करोड़ से 15,000 करोड़ रुपये तक खर्च कर सकती हैं। बता दें कि 2022 के स्पेक्ट्रम नीलामी से सरकार को 1.5 लाख करोड़ मिले थे।

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रिलायंस ने की सबसे अधिक बयाना रकम जमा

रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए सबसे अधिक 3000 करोड़ रुपए की बयाना रकम जमा की है। इस हिसाब से देखा जाए तो Jio के पास निलामी के लिए सबसे ज्यादा क्षमता है। वहीं, दूरसंचार विभाग के मुताबिक Bharti Airtel ने 1,050 करोड़ रुपये और वोडाफोन आइडिया (VIL) ने 300 करोड़ रुपये की बयाना राशि जमा की है।

कितने साल के लिए मिलेगा स्पेक्ट्रम?

टेलीकॉम डिपार्टमेंट के मुताबिक, ये 5G स्पेक्ट्रम 20 साल के लिए दिया जाएगा। साथ ही बिडर्स 20 साल तक किस्तों में पेमेंट भी कर सकेंगे। इसमें टेलीकॉम कंपनीज के पास 10 साल के बाद स्पेक्ट्रम को सरेंडर करने का भी ऑप्शन रहेगा। बता दें कि टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने नीलामी की तारीख में बदलाव किया था। पहले स्पेक्ट्रम नीलामी की तारीख को 5 जून तय की गई थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 25 जून कर दिया था।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 8 फरवरी को 10,523.15 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम स्पेक्ट्रम की नीलामी को मंजूरी दी थी। सभी बैंड के इस स्पेक्ट्रम का आरक्षित मूल्य 96,317.65 करोड़ रुपये रखा गया। पिछली बोलियों में जो स्पेक्ट्रम नहीं बिक पाया था,उसे भी नई बोली में डाला जाएगा।

First Published - June 25, 2024 | 11:50 AM IST

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