भारत की वाहन कलपुर्जा कंपनी-टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम्स ने आज कहा कि वह वाहन उद्योग के लिए आंतरिक प्रणालियों और पुर्जों को बनाने वाली कंपनी इंटरनैशनल ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स ग्रुप स्वीडन एबी (आईएसी स्वीडन) का अधिग्रहण करेगी। उसने अधिग्रहण की राशि के बारे नहीं बताया है। आईएसी स्वीडन का साल 2024 का राजस्व करीब 80 करोड़ डॉलर (लगभग 6,841.6 करोड़ रुपये) था। इसे जून 2024 में दिवालिया घोषित किया गया था और तब से इसका प्रबंधन स्वीडन के न्यायालय से नियुक्त प्रशासक कर रहा है।
हालांकि इस सौदे के आकार का खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन कंपनी ने बताया है कि यह अधिग्रहण टाटा ऑटोकॉम्प की वैश्विक मौजूदगी का विस्तार करने और यूरोप के मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) के साथ संबंधों को मजबूत करने की उसकी रणनीति का हिस्सा है। अधिग्रहण के लिए यूरोप के नियामक की मंजूरी की जरूरत होगी और जिसके दो से तीन महीनों के भीतर पूरा होने की उम्मीद है।
इस अधिग्रहण से स्वीडन और यूरोप के वाहन क्षेत्र में टाटा ऑटोकॉम्प की मौजूदगी बढ़ेगी। आईएसी स्वीडन के साथ टाटा ऑटोकॉम्प को प्रीमियम वाहन क्षेत्र में विनिर्माण क्षमताओं, प्रौद्योगिकी और ग्राहक रिलेशनशिप तक पहुंच मिल जाएगी। यह एकीकरण भारत के सबसे बड़े वाहन कलपुर्जा विनिर्माताओं में से एक के रूप में टाटा ऑटोकॉम्प की स्थिति मजबूत करेगा।
आईएसी स्वीडन के संचालन को शामिल करके टाटा ऑटोकॉम्प अंतरराष्ट्रीय और भारतीय बाजारों के लिए उत्पादन क्षमता का विस्तार करने और नई उत्पाद लाइनें पेश करने की योजना बना रही है। कंपनी का इरादा क्षेत्रीय जरूरतों के अनुरूप इंटीरियर डिजाइन समाधान पेश करने के लिए भारत, चीन और स्वीडन में अपने संयंत्रों का इस्तेमाल करने का है।
आईएसी स्वीडन को टाटा ऑटोकॉम्प ब्रांड के साथ जोड़ा जाएगा। कंपनी परिचालन बढ़ाने और अतिरिक्त कारोबारी अवसरों का पता लगाने की योजना बना रही है, खास तौर इसलिए कि भारत और अन्य बाजारों में लक्जरी वाहनों के इंटीरियर सोल्यूशन्स की मांग बढ़ रही है।
टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम्स के वाइस चेयरमैन अरविंद गोयल ने कहा, ‘यह अधिग्रहण वैश्विक बाजारों में विस्तार करने और यूरोपीय ओईएम के साथ हमारे संबंधों को मजबूत करने की हमारी दीर्घकालिक परिकल्पना के अनुरूप है।’ उन्होंने कहा ‘आईएसी स्वीडन के पास इंटीरियर समाधान देने की विरासत है और चूंकि विभिन्न तकनीकें सामने आ रही हैं, इसलिए शानदार इंटीरियर की मांग बढ़ रही है और इससे हमें बाजार की सेवा करने और वाहन उद्योग में प्रगति आगे बढ़ाने का मौका मिलता है।’
टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी मनोज कोल्हाटकर ने कहा, ‘यह अधिग्रहण टाटा ऑटोकॉम्प की वैश्विक मौजूदगी और प्रौद्यागिकी पोर्टफोलियो का विस्तार करने की योजना में एक कदम है।’