सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनी बीपीसीएल को अगले कुछ महीनों में रूस से आने वाली खेप बहाल होने का भरोसा है। यह जानकारी बीपीसीएल के वित्तीय निदेशक वत्स रामकृष्ण गुप्ता ने इंडिया एनर्जी वीक के इतर बिजनेस स्टैंडर्ड को दी।
वित्त वर्ष 25 (2024-25) की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी के आयात में रूसी खेप की हिस्सेदारी 34 प्रतिशत थी। उन्होंने जोर देकर कहा, ‘प्रतिबंधों के कारण रूस से आपूर्ति नहीं होने की स्थिति में हमारी हिस्सेदारी अल्पावधि में गिरकर 20 प्रतिशत तक आ सकती है। हम मार्च की शुरुआत और अप्रैल से फिर खेप हासिल कर पाएंगे। लिहाजा आपूर्ति सामान्य स्तर पर आ जाएंगी।’
रूस से कच्चे तेल लाने वाले पोतों पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। इससे कंपनी को फरवरी में तेल हासिल करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है और मार्च तक 50 प्रतिशत से अधिक खेप हासिल नहीं कर पाएंगे गुप्ता ने बताया, ‘हम शेष 50 प्रतिशत खेप हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन इसमें समय लगेगा।’
निदेशक ने बताया कि बाजार में पर्याप्त कच्चा तेल उपलब्ध है। यह खासतौर पर अमेरिका, पश्चिम एशिया और ब्राजील से कुछ अधिक लागत पर उपलब्ध है।
गुप्ता ने बताया, ‘अभी रूस की खेप कुछ छूट पर उपलब्ध है। यह बीते वर्ष 5-6 बैरल प्रति डॉलर था जबकि यह वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 3.5 डॉलर प्रति बैरल था। अब यह गिरकर 3 डॉलर प्रति बैरल आ गया है।’
बीपीसीएल देश के नए राजमार्गों पर व्यापक स्तर पर सुविधाओं को विकसित कर रही है। यह बीसीसीएल के गैर ईंधन खंड का बड़ा हिस्सा है।