वाहनों की खुदरा बिक्री मार्च में सालाना आधार पर 14 फीसदी बढ़ी। यह जानकारी फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के आंकड़ों से मिली। वित्त वर्ष 2022-23 में बिक्री में सालाना आधार पर 21 फीसदी की उछाल दर्ज हुई।
मार्च महीने में और पूरे वित्त वर्ष में ट्रैक्टर को छोड़कर सभी श्रेणियों में दो अंकों की उछाल दर्ज हुई, जिनमें दोपहिया, तिपहिया, यात्री वाहन और वाणिज्यिक वाहन शामिल हैं। हालांकि कुल खुदरा बिक्री का आंकड़ा 2.21 करोड़ अभी भी कोविड पूर्व (2019-20) के 2.5 करोड़ वाहनों के मुकाबले कम है, जिसकी वजह दोपहिया क्षेत्र की बिक्री में आई 18 फीसदी की गिरावट है।
मार्च में दोपहिया, तिपहिया, यात्री वाहन और वाणिज्यिक वाहनों में क्रमश: 12 फीसदी, 69 फीसदी, 14 फीसदी और 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई। ट्रैक्टरों में हालांकि महज 4 फीसदी का इजाफा हुआ। दोपहिया के आंकड़े हालांकि मार्च में बढ़े, लेकिन अभी भी कोविड पूर्व स्तर से 9 फीसदी कम रहे।
फाडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने मार्च में यात्री वाहनों की रफ्तार पर कहा, बेहतर आपूर्ति व बिक्री से रफ्तार बनी रही। इसके अलावा ओबीडी 2ए (ऑन बोर्ड डायग्नोस्टिक्स) वाहनों की कीमतों में इजाफा व माह के दौरान कई त्योहार ने बिक्री को बेहतर बनाए रखा।
सिंघानिया ने वित्त वर्ष के आंकड़ों पर कहा, वित्त वर्ष में दो साल के अंतराल के बाद कोविड का असर नहीं पड़ा। इसके परिणामस्वरूप साल के दौरान खुदरा बिक्री दो अंकों में बढ़ी। इसी तरह ट्रैक्टर को छोड़कर बाकी सभी श्रेणियों की रफ्तार दो अंकों में रही। दोपहिया, तिपहिया, यात्री वाहन व वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री की रफ्तार क्रमश: 19 फीसदी, 84 फीसदी, 23 फीसदी व 33 फीसदी रही। ट्रैक्टर की रफ्तार हालांकि महज 8 फीसदी रही।