भारत में रेंट और मासिक किश्त यानी EMI के बीच अंतर काफी कम होता जा रहा है। ऐसे में रियल एस्टेट वेबसाइट नोब्रोकर (NoBroker) ने एक डेटा रिलीज कर सबको चौंका दिया। नोब्रोकर ने सोमवार को एक सालाना रिपोर्ट रिलीज की जिसमें बताया गया है कि 65 फीसदी भारतीय अब 2024 में घर खरीदना चाहते हैं। इसमें कहा गया है कि लोग इसलिए भी अपना घर खरीदना चाहते हैं क्योंकि उन्हें फिजिकल एसेट जैसे जमीन-जायदाद, गहने या नकद पैसे रखना किफायती और ज्यादा सिक्योर्ड नजर आता है।
इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए 32,000 लोगों का सर्वे कराया गया, जिसमें से ज्यादातर लोगों का जवाब यही था कि वे इसलिए घर खरीदना चाहते हैं क्योंकि कहीं भी बाहर रहने पर घर का किराया यानी रेंट ज्यादा चुकाना पड़ रहा है। सर्वे में शामिल 41 फीसदी लोगों का कहना था कि वे किसी प्रॉपर्टी को रेंट पर लेने के बजाय घर खरीदना ज्यादा बेहतर समझते हैं।
रिपोर्ट के डेटा से पता चलता है कि किराये के मामले में बेंगलूरु सबसे आगे है। यहां किराये में 24 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। इसके बाद चेन्नई में 18 फीसदी और हैदराबाद में 16 फीसदी की वृद्धि हुई। दिल्ली NCR में किराया 15 फीसदी और मुंबई में 14 फीसदी तक बढ़ गया है।
अब ऐसे में लोगों के सामने जो दूसरा सबसे अहम विकल्प है वह है घर खरीदना। सर्वे में शामिल 27 फीसदी भारतीयों ने कहा कि वे सिर्फ इसलिए घर खरीदना चाहते हैं क्योंकि वे ऐसा कर सकते हैं। अन्य 23 फीसदी ने कहा कि वे फिजिकल एसेट (यहां जमीन) के मालिक होना चाहते हैं ताकि उनके लिए एक सिक्योरिटी तय हो सके। 9 फीसदी ने कहा कि वे घर खरीदना चाहते हैं क्योंकि उनकी शादी होने वाली है।
रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि सर्वे में शामिल 56 फीसदी मकान मालिकों ने अपनी प्रॉपर्टी के किराए को बढ़ा दिया है। इनमें से सबसे ज्यादा 35 फीसदी ने किराया 10-20 फीसदी तक बढ़ाया है। 33 फीसदी ने किराया 20-30 फीसदी और 28 फीसदी ने 10 फीसदी से कम किराया बढ़ाया है। बाकी 4 फीसदी ने किराया 30 फीसदी और उससे ज्यादा बढ़ा दिया है।
इसके अलावा, आज घर किराए पर देना आसान हो गया है और 86 फीसदी मकान मालिक निवेश के अवसर के रूप में दूसरी प्रॉपर्टी खरीदना चाह रहे हैं।
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि भारत में निवेश के लिए रियल एस्टेट सबसे पसंदीदा विकल्प बना हुआ है। 2022 में 71 फीसदी के मुकाबले, 2023 के अंत में 74 फीसदी भारतीयों का मानना है कि रियल एस्टेट किसी भी अन्य प्रकार के निवेश से बेहतर है।
13 फीसदी ने कहा कि उनका मानना है कि सोना सबसे अच्छा विकल्प है, और 12 फीसदी ने स्टॉक और सिस्टमेटिक निवेश योजनाओं (SIPs) में अपना भरोसा जताया। अन्य 1 फीसदी भारतीय किसी भी अन्य इन्वेस्टमेंट के मुकाबले बिटकॉइन (Bitcoin) को तरजीह देते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘इसने (रियल एस्टेट) पिछले कुछ दशकों में लगातार विकास का ट्रैक रिकॉर्ड प्रदर्शित किया है और बार-बार, सबसे अच्छा निवेश विकल्प साबित हुआ है। यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जो समय के साथ अच्छा रिटर्न देता रहता है और साथ ही टैक्स में भी बचत हो जाती है।