facebookmetapixel
अमेरिका के बाद यूरोप में खुले भारत के सी-फूड एक्सपोर्ट के नए रास्तेबारिश-बाढ़ से दिल्ली में सब्जियों के दाम 34% तक बढ़े, आगे और महंगाई का डरपब्लिक सेक्टर बैंकों को टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर करना होगा फोकस: SBI चेयरमैन शेट्टीGST 2.0: फाडा ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कंपनसेशन सेस क्रेडिट अटका तो होगा 2,500 करोड़ का नुकसानप्रीमियम स्कूटर बाजार में TVS का बड़ा दांव, Ntorq 150 के लिए ₹100 करोड़ का निवेशGDP से पिछड़ रहा कॉरपोरेट जगत, लगातार 9 तिमाहियों से रेवेन्यू ग्रोथ कमजोरहितधारकों की सहायता के लिए UPI लेनदेन पर संतुलित हो एमडीआरः एमेजॉनAGR बकाया विवाद: वोडाफोन-आइडिया ने नई डिमांड के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कियाअमेरिका का आउटसोर्सिंग पर 25% टैक्स का प्रस्ताव, भारतीय IT कंपनियां और GCC इंडस्ट्री पर बड़ा खतरासिटी बैंक के साउथ एशिया हेड अमोल गुप्ते का दावा, 10 से 12 अरब डॉलर के आएंगे आईपीओ

Large office space: जोर पकड़ रही है बड़े ऑफिस की मांग, पहली छमाही में 54 फीसदी बढ़ी

2024 की पहली छमाही में बड़े ऑफिस की मांग बढ़कर 156.9 लाख वर्ग फुट हुई।

Last Updated- September 13, 2024 | 2:47 PM IST
India's office market

देश में इस साल बड़े आकार के ऑफिस (10 हजार वर्ग फुट से ज्यादा क्षेत्र) की मांग भी खूब जोर पकड़ रही है। मिड सेगमेंट वाले ऑफिस की मांग में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है और इनकी कुल मांग में 50 फीसदी के करीब हिस्सेदारी है। इस साल की पहली छमाही में इनकी मांग में बड़ी वृद्धि दर्ज की गई है। बड़े ऑफिस की सबसे ज्यादा मांग बेंगलूरु में देखने को मिल रही है।

पहली छमाही में कितनी बढ़ी बड़े ऑफिस की मांग?

संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया के अनुसार 2024 की पहली छमाही में बड़े ऑफिस की मांग में सालाना आधार पर 54 फीसदी इजाफा हुआ है। इस साल पहली छमाही में इन ऑफिस की मांग 156.9 लाख वर्ग फुट दर्ज की गई। पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 101.8 लाख वर्ग फुट था। देश के 8 प्रमुख शहरों में कुल कमर्शियल ट्रांजेक्शन में बड़े ऑफिस की हिस्सेदारी 45 फीसदी है।

किस प्रमुख शहर में है बड़े ऑफिस की सबसे ज्यादा मांग?

नाइट फ्रैंक इंडिया के मुताबिक इस साल पहली छमाही में देश के 8 प्रमुख शहरों में बड़े ऑफिस की सबसे अधिक मांग 45 लाख वर्ग फुट बेंगलूरु में दर्ज की गई। इस शहर में पहली छमाही में इनकी मांग में 32 फीसदी इजाफा हुआ। बड़े ऑफिस की मांग के मामले में मुंबई दूसरे और हैदराबाद तीसरे स्थान पर रहा। इन शहरों में इन ऑफिस की मांग क्रमश: 30.8 लाख और 26.6 लाख वर्ग फुट रही।

नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, “अपने भारतीय व्यवसाय का विस्तार करने की चाहत रखने वाले बड़े उद्यमियों के लिए बेंगलुरु सबसे आकर्षक ऑफिस मार्केट बना हुआ है। फ्लेक्सीबल ऑफिस स्पेस महत्वपूर्ण बने हुए हैं, जो थर्ड पार्टी आईटी सेवाओं और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों की लागत को बचाते या कम करते हैं।

मिड सेगमेंट वाले ऑफिस की मांग सबसे ज्यादा बढ़ी

मिड सेगमेंट (50 हजार से एक लाख वर्ग फुट क्षेत्र ) वाले ऑफिस की मांग में सालाना आधार पर 70 फीसदी की बड़ी वृद्धि दर्ज की गई। पहली छमाही में इस सेगमेंट के ऑफिस की मांग 72.8 लाख वर्ग फुट रही। इस सेगमेंट में मुंबई और दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक मांग देखी गई। इन दोनों शहरों में प्रत्येक में 15.7 लाख वर्ग फुट इन ऑफिस की मांग रही। इसके बाद हैदराबाद में 12.9 वर्ग फुट मांग दर्ज की गई।

इस बीच 50 हजार वर्ग फुट से कम आकार वाले ऑफिस की मांग में मामूली इजाफा हुआ है। इस केटेगरी में एनसीआर, पुणे और चेन्नई में इन ऑफिस की सबसे अधिक मांग दर्ज की गई । इन शहरों में इनकी मांग क्रमश: 22.2 लाख वर्ग फुट, 17.8 लाख वर्ग फुट और 16 लाख वर्ग फुट रही।

First Published - September 13, 2024 | 2:47 PM IST

संबंधित पोस्ट