इस साल भारतीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश ने मजबूत शुरुआत की है। इस साल पहली तिमाही के दौरान संस्थागत निवेश में बड़ा इजाफा हुआ है। इस निवेश में यह वृद्धि घरेलू निवेशकों द्वारा किए गए बड़े निवेश के कारण हुई है। इसके साथ ही घरेलू निवेश औद्योगिक व वेयरहाउसिंग और आवास क्षेत्र पर केंद्रित था। शहरों के मामले में सबसे अधिक मुंबई ने संस्थागत निवेश हासिल किया। इसके बाद बेंगलूरु दूसरे नंबर पर रहा। कुल निवेश में मुंबई की हिस्सेदारी 22 फीसदी और बेंगलूरु की 20 फीसदी दर्ज की गई।
2025 में कितना हुआ संस्थागत निवेश?
संपत्ति सलाहकार फर्म कॉलियर्स इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 2025 की पहली तिमाही के दौरान रियल एस्टेट में 1.3 बिलियन डॉलर का संस्थागत निवेश हुआ। पिछले साल की इसी अवधि में यह आंकड़ा एक बिलियन डॉलर के करीब था। इस तरह इस साल पहली तिमाही में सालाना आधार पर संस्थागत निवेश में 31 फीसदी इजाफा हुआ है। सालाना आधार पर संस्थागत निवेश भले ही तेजी से बढ़ा हो। तिमाही आधार पर इसमें गिरावट दर्ज की गई है। इस साल की पहली तिमाही से ठीक पहले की तिमाही यानी 2024 की चौथी तिमाही में 1.88 बिलियन डॉलर का संस्थागत निवेश हुआ था, जबकि इस तिमाही की अगली तिमाही यानी 2025 की पहली तिमाही में यह निवेश 31 फीसदी घट गया।
कुल संस्थागत निवेश में घरेलू निवेश की सबसे बड़ी हिस्सेदारी
कॉलियर्स इंडिया के मुताबिक इस साल की पहली तिमाही में संस्थागत निवेश में बड़ी वृद्धि घरेलू निवेश से संचालित रही। कुल निवेश में घरेलू निवेश की हिस्सेदारी सबसे अधिक 60 फीसदी रही। इस अवधि में 80 करोड़ डॉलर घरेलू निवेश हुआ और इसमें सालाना आधार पर 75 फीसदी इजाफा हुआ। कॉलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बादल याग्निक ने कहा कि 2025 की पहली तिमाही में भारतीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश में सालाना आधार पर 31 फीसदी वृद्धि भारतीय रियल एस्टेट के लचीलेपन और इसके द्वारा प्रस्तुत अप्रयुक्त अवसरों को उजागर करती है। विदेशी और घरेलू दोनों निवेशक मुख्य परिसंपत्तियों के प्रति प्रतिबद्ध रहे। 2025 की पहली तिमाही में कुल संस्थागत निवेश में ऑफिस, आवासीय, औद्योगिक और वेयरहाउसिंग सेगमेंट की हिस्सेदारी 80 फीसदी रही। मजबूत आर्थिक विकास संभावनाओं, परिसंपत्ति वर्गों में मजबूत मांग और आशावादी कारोबारी भावना के समर्थन से 2025 में आगे भी संस्थागत निवेश में तेजी जारी रहने की उम्मीद है।
आवासीय सेगमेंट में संस्थागत निवेश तीन गुना बढ़ा
घरेलू निवेश में बड़ी वृद्धि की वजह आवास, औद्योगिक और वेयरहाउसिंग सेगमेंट में संस्थागत निवेश तेजी से बढ़ना है। कॉलियर्स के अनुसार 2025 की पहली तिमाही के दौरान आवासीय क्षेत्र में संस्थागत निवेश 2024 की इसी अवधि में होने वाले निवेश से लगभग तीन गुना अधिक था। आवास क्षेत्र में निवेश इस अवधि में 10 करोड़ डॉलर से बढ़कर 30 करोड़ डॉलर हो गया। इस दौरान औद्योगिक व वेयरहाउसिंग में निवेश 17 करोड़ डॉलर से बढ़कर 30 करोड़ डॉलर हो गया। हालांकि इस दौरान ऑफिस सेक्टर में निवेश 56 करोड़ डॉलर से घटकर 43 करोड़ डॉलर रह गया। दिलचस्प बात यह है कि तिमाही के दौरान आवासीय क्षेत्र में होने वाले कुल निवेश में आधे से अधिक विदेशी निवेश का योगदान रहा, जिसमें चुनिंदा बड़े सौदे शामिल रहे। कॉलियर्स इंडिया के वरिष्ठ निदेशक और शोध प्रमुख विमल नादर ने कहा, ” आवास क्षेत्र में संस्थागत निवेश सालाना आधार पर इस साल की पहली तिमाही के दौरान तीन गुना बढ़कर 30 करोड़ डॉलर हो गया। आवासीय कीमतों में निरंतर वृद्धि, लक्जरी आवास की बढ़ती मांग और चल रहे बुनियादी ढांचे के विकास से आगामी तिमाहियों में आवासीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश को बढ़ावा मिलता रहेगा।