India Prime City Index report: हैदराबाद सबसे तेजी से बढ़ते शहर के रूप उभर रहा है। संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया की इंडिया प्राइम सिटी इंडेक्स रिपोर्ट में हैदराबाद ने पहला स्थान हासिल किया है। इसकी वजह यहां बढ़ता रियल एस्टेट मार्केट है। पिछले एक दशक में इस शहर में आवासीय लॉन्च में 10 फीसदी (सीएजीआर) की उच्चतम वृद्धि दर देखी गई है।
पिछले साल हैदराबाद में आवासीय कीमतों में 11 फीसदी की वृद्धि देखी गई, जो निवेशकों और अंतिम उपयोगकर्ताओं (end users) दोनों के लिए वांछनीयता को दर्शाता है। इसके अलावा इस शहर में परिवहन बुनियादी ढांचे में बड़े पैमाने पर निवेश देखा जा रहा है। जिससे रियल एस्टेट विकास को और बढ़ावा मिल रहा है।
बेंगलूरु दूसरा सबसे तेजी से बढ़ता शहर
इंडिया प्राइम सिटी इंडेक्स रिपोर्ट में बेंगलूरु दूसरे सबसे तेजी से बढ़ते शहर के रूप में उभरा है क्योंकि इसकी असाधारण प्रतिभा पूल और गतिशील व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र उद्यमशीलता को बढ़ावा देता है। यह शहर कमर्शियल क्षेत्र की पहली पसंद बन रहा है।
शीर्ष शहरों में कमर्शियल लेन-देन के मामले में बेगलूरु की कुल लेनदेन में हिस्सेदारी 21 फीसदी है। पिछले साल बेंगलूरु में 54,046 मकानों की बिक्री हुई, जो बीते 9 साल में सबसे अधिक रही। सामाजिक और आर्थिक Socio-economic) पैमाने पर बेंगलूरु पहले पायदान पर है।
फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और गवर्नेंस के मामले में दिल्ली-एनसीआर अव्वल
नाइट फ्रैंक इंडिया की इंडिया प्राइम सिटी इंडेक्स रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर अपने बेहतर भौतिक बुनियादी ढांचे और शासन के लिए सर्वोच्च स्थान पर है। 350 किलोमीटर कवरेज के साथ दिल्ली मेट्रो भारत में सबसे बड़ी परिचालन मेट्रो है। शहर में परिवहन और कनेक्टिविटी में सुधार के लिए निरंतर निवेश हो रहा है। दिल्ली-एनसीआर में पिछले साल बीते एक दशक में सबसे अधिक करीब 60 हजार मकान बिके। इंडेक्स में दिल्ली का स्थान चौथा रहा।
भारत की वित्तीय राजधानी के रूप में मुंबई-एमएमआर ने सभी मैट्रिक्स में स्थिर वृद्धि बनाए रखी है और इंडेक्स में यह तीसरे नंबर रही। यहां पिछले साल 86,871 मकान बिके। इंडिया प्राइम सिटी इंडेक्स में अहमदाबाद पांचवें और चेन्नई छठे स्थान पर रहा।