Builder land deal-investment: साल 2024 बिल्डरों द्वारा जमीन खरीदने के मामले में एक महत्वपूर्ण वर्ष रहा। पिछले साल बड़े पैमाने पर बिल्डरों ने जमीन खरीदी। यह जमीन अधिकांश टियर-1 शहरों में खरीदी गई। हालांकि टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी पर्याप्त जमीनी खरीदी गई। बिल्डरों द्वारा खरीदी गई जमीन पर बड़ा निवेश होने की संभावना है। कोविड-19 के बाद साल 2024 कार्यालय और आवासीय परिसंपत्ति वर्गों में रियल एस्टेट के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला वर्ष रहा है। पिछले तीन वर्षों में प्रति एकड़ जमीन की लागत में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है। 2022 में जमीन की लागत 11 करोड़ थी, जो 2024 में बढ़कर 17 करोड़ रुपये प्रति एकड़ हो गई।
संपत्ति सलाहकार फर्म जेएलएल इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार साल 2024 में बिल्डरों ने 134 सौदों के माध्यम से 2,335 एकड़ जमीन खरीदी। इसकी कीमत 39,742 करोड़ रुपये रही। यह जमीन 2023 में 111 सौदों के जरिये 32,203 करोड़ रुपये में खरीदी 1,947 एकड़ से काफी अधिक है। बीते तीन साल की बात करें 2024 में खरीदी गई जमीन मूल्य के लिहाज से दोगुने से भी ज्यादा है। 2022 में 64 सौदों के माध्यम से 18,112 करोड़ रुपये में 1,603 एकड़ जमीन खरीदी गई थी। बिल्डरों द्वारा बीते तीन साल में कुल 5,885 एकड़ जमीन खरीदी जा चुकी है।
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जेएलएल की इस रिपोर्ट के अनुसार 2024 में खरीदी गई 2,335 एकड़ जमीन पर 62,328 करोड़ रुपये का निवेश होने का अनुमान है। इस जमीन पर 23 प्रमुख शहरों में 19.40 करोड़ वर्ग फुट विकास की संभावनाएं हैं। इस जमीन में से 15.8 करोड़ वर्ग फुट पर आवासीय परियोजनाएं विकसित हो सकती हैं। जिस पर 49,000 करोड़ रुपये का निवेश हो सकता है।
जेएलएल इंडिया में मुख्य अर्थशास्त्री डॉ. सामंतक दास ने कहा कि 2024 में बिल्डरों द्वारा खरीदी गई जमीन प्रस्तावित आवासीय विकास के लिए निर्धारित की गई थी। बिल्डर अपनी नई आपूर्ति पाइपलाइन को बढ़ाने के लिए आवासीय क्षेत्र में निरंतर मकान खरीदने की रुचि पर भरोसा कर रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नीति दर में हाल ही में की गई कमी और पिछले केंद्रीय बजट में मध्यम वर्ग को दिए गए राजकोषीय प्रोत्साहन से मांग में वृद्धि की गति बनी रहने की संभावना है। जिससे आगामी आवासीय आपूर्ति को समर्थन मिलेगा। आवासीय की तुलना में अन्य परिसंपत्ति वर्गों जैसे औद्योगिक और वेयरहाउसिंग, कार्यालय, खुदरा और आतिथ्य ने प्रस्तावित भूमि बैंक के उपयोग के लिए बिल्डरों में सीमित रुचि देखी गई है।
जेएलएल इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार बिल्डरों द्वारा खरीदी गई कुल जमीन में 72 फीसदी हिस्सा टियर-1 शहरों का रहा। टियर-2 और टियर-3 शहरों की हिस्सेदारी 28 फीसदी रही। इन शहरों में 662 एकड़ जमीन खरीदी गई। साल 2024 में जमीन खरीद के मामले में एमएमआर सबसे आगे रहा। एमएमआर में 19 सौदों के माध्यम से 407 एकड़ जमीन खरीदी गई, जो 2023 से 41 फीसदी ज्यादा है। एमएमआर के बाद एनसीआर और बेंगलूरु प्राथमिक केंद्र के रूप में उभरे हैं। सौदों के मामले में एनसीआर में जमीन के सबसे अधिक 36 सौदे हुए। इनमें से अकेले गुरुग्राम में ही 21 सौदे हुए। 14 सौदे नोएडा में और एक सौदा गाजियाबाद में हुआ।