Q3 Results Analysis: चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के अभी तक जारी नतीजों से थोड़ी राहत तो मिलती तो दिख रही है मगर आंकड़ों से पता चलता है कि कंपनियों की आय और मुनाफा वृद्धि धीमी बनी हुई है। वित्तीय कंपनियों को छोड़ दें तो बाकी कंपनियों के कुल मुनाफे में वृद्धि मुख्य रूप से रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ बढ़ने से हुई है। पिछली तीन तिमाही में रिलायंस का मुनाफा घटने के बाद वित्त वर्ष 2025 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बढ़ोतरी हुई है।
बैंकिंग, गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र की कंपनियों ने एक बार फिर बाकी कंपनियों से बेहतर प्रदर्शन किया है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बीएफएसआई कंपनियों का मुनाफा और आय दो अंक में बढ़े जबकि इससे इतर कंपनियों का मुनाफा और आय वृद्धि लगातार आठ तिमाही में एक अंक में रही है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस और विप्रो जैसी आईटी कंपनियों की आय और मुनाफा वृद्धि कम रहने से गैर-बीएफएसआई क्षेत्र के कुल प्रदर्शन पर असर पड़ा है। हमारे नमूने में शामिल नतीजे जारी करने वाली कंपनियों के कुल मुनाफे में इन कंपनियों की हिस्सेदारी 46 फीसदी और आय में 31 फीसदी हिस्सेदारी है।
हमारे नमूने में नतीजे जारी करने वाली 162 कंपनियां शामिल हैं और वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में इनका कुल शुद्ध मुनाफा पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 8.7 फीसदी बढ़ा है। वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में इसमें 0.2 फीसदी की गिरावट आई थी जबकि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में इन कंपनियों की कुल शुद्ध मुनाफा वृद्धि 4.4 फीसदी रही थी। इसी तरह इन कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री या आय वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 6.7 फीसदी बढ़ी जो जबकि वित्त वर्ष की समान अवधि में आय 3.1 फीसदी बढ़ी थी।
नमूने में शामिल कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 66,630 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 61,325 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 64,180 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में इन कंपनियों की कुल आय 6.03 लाख करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 5.65 लाख करोड़ रुपये और चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 5.85 लाख करोड़ रुपये थी।
बीएफएसआई क्षेत्र की कंपनियों का प्रदर्शन एक बार फिर शानदार रहा है और चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में इनका शुद्ध मुनाफा पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 12,977 करोड़ रुपये की तुलना में 12.1 फीसदी बढ़कर 14,447 करोड़ रुपये रहा। मगर कुल आय दूसरी तिमाही में 15,752 करोड़ रुपये से कम रही। हालांकि वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में इन कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा 15.5 फीसदी घटा है जबकि दूसरी तिमाही में यह 16.1 फीसदी बढ़ा था।
बीएफएसआई क्षेत्र की कंपनियों की कुल आय वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 12.5 फीसदी बढ़ी है, जो 2024 की तीसरी तिमाही की 0.6 फीसदी वृद्धि से बेहतर है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में नमूने में शामिल बीएफएसआई से इतर कंपनयों का कुल शुद्ध मुनाफा 7.7 फीसदी बढ़कर 52,083 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2024 की समान तिमाही में 48,347 करोड़ रुपये था। कुल शुद्ध आय वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 5.5 फीसदी बढ़ी है।
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में बीएफएसआई और तेल एवं गैस कंपनियों को छोड़ दें तो नमूने में शामिल बाकी कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा 9.1 फीसदी बढ़ा है जो वित्त वर्ष 2024 की समान तिमाही के 1.5 फीसदी वृद्धि से अच्छा मगर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के 10.8 फीसदी वृद्धि से कम है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बीएफएसआई और तेल एवं गैस कंपनियों से इतर कंपनियों की कुल शुद्ध आय सालाना आधार पर 6.7 फीसदी बढ़ी है जबकि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 3 फीसदी का इजाफा हुआ था।
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुद्ध मुनाफा 6.4 फीसदी बढ़कर 18,540 करोड़ रुपये रहा और हमारे नमूने में शामिल कंपनियों के कुल मुनाफा वृद्धि में इसका योगदान करीब 34 फीसदी रहा। बैंकिंग, वाहन, तेल एवं गैस, बिजली, खनन एवं धातु तथा अन्य क्षेत्र की कई बड़ी कंपनियों के नतीजे अभी नहीं हैं। ऐसे में इन कंपनियों के नतीजे जारी होने के बाद कुल आय और मुनाफे में बदलाव हो सकता है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कंपनियों के कुल बाजार पूंजीकरण में हमारे नमूने में शामिल कंपनियों की हिस्सेदारी केवल 17 फीसदी है।