Why stock market is rising: वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच भारतीय शेयर बाजार बुधवार (26 नवंबर) को जोरदार मजबूती देखने को मिल रही है। अमेरिकी और एशियाई बाजारों में मजबूती का पॉजिटिव असर घरेलू शेयर बाजार के सेंटीमेंट पर पड़ा। फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में एक और कटौती की उम्मीद से वैश्विक बाजारों में तेजी देखी जा रही है। आईटी और सरकारी बैंकिंग शेयरों में तेजी से भी बाजार को सपोर्ट मिल रहा है। बाजार के जानकारों का कहना है कि हाल की गिरावट के बाद बाजार में शॉर्ट कवरिंग देखी जा रही है। फंडमेंट फेक्टर्स आगे लगातार तेजी की संभावना का संकेत दे रहे हैं।
यह भी पढ़ें: Stock Market Update: शेयर बाजार में जोरदार तेजी, सेंसेक्स 600 से ज्यादा अंक चढ़ा; निफ्टी 26100 के पार
वैश्विक बाजारों से पॉजिटिव संकेतो ने भारतीय बाजार के सेंटीमेंट्स को मजबूती दी है। वैश्विक बाजारों में रिस्क या खरीदारी के रुख में इजाफा हुआ है। इसकी पीछे की बड़ी वजह रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध समाप्त होने की संभावनाएं है। साथ ही दिसंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ पर नरम रुख से भी सेंटीमेंट्स पर पॉजिटिव असर पड़ा है।
एशियाई बाज़ारों में भी तेजी देखने को मिली। जापान का निक्केई और कोरिया का कोस्पी 2 फीसदी उछल गए। इससे पहले कि एसएंडपी 500 और नैस्डैक में लगभग 1 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
दुनियाभर के बाजार रूस-यूक्रेन युद्ध के समाप्त होने की संभावनाओं से उत्साहित हैं। यह युद्ध लगभग चार साल पहले 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ था। युद्ध का अंत वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के लिए बड़ी राहत साबित होगा। इससे युद्ध के कारण बाधित हुई वैश्विक सप्लाई चेन सामान्य हो सकती है। इसके चलते कच्चे तेल, कृषि कमोडिटीज, मेटल और अन्य आवश्यक सामग्रियों की कीमतों में गिरावट आ सकती है। इससे वैश्विक स्तर पर महंगाई के घटने की भी संभावना है।
बाजार में हालिया गिरावट के बाद शॉर्ट कवरिंग देखने को मिल रही है। फंडामेंटल आर्थिक संकेतक आगे एक स्थायी रैली की संभावना दर्शा रहे हैं। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ़ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी. के. विजयकुमार ने कहा, ”फंडामेंटल कारक संकेत दे रहे हैं कि बाज़ार नए उच्च स्तर की ओर बढ़ रहा है। यह केवल समय की बात है। निवेशकों की रणनीति इसी समझ पर आधारित होनी चाहिए।”