वालमार्ट इंक (Walmart Inc.) ने ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) में अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी और बढ़ा दी है। कंपनी ने आज Flipkart में टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट की शेष हिस्सेदारी भी खरीद ली है। ब्लूमबर्ग ने बताया कि यह डील 1.4 अरब डॉलर में हुई यानी टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट की फ्लिपकॉर्ट में हिस्सेदारी खरीदने के लिए वालमार्ट ने 1.4 अरब डॉलर की अदायगी की।
ब्लूमबर्ग ने बताया कि ऐसे समय में जब नकदी को लेकर सख्ती बरकरार है, कंपनी की इस खरीदारी से भारतीय रिटेलर पर दांव बढ़ जाएगा और मनी मैनेजर को निवेशकों को डिस्ट्रीब्यूशन प्रोवाइड करने में मदद मिलेगी।
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Bloomberg News को मिले टाइगर ग्लोबल द्वारा निवेशकों को भेजे गए एक लेटर के अनुसार, हाल के दिनों में हुए ट्रांजैक्शन में भारतीय ई-कॉमर्स दिग्गज का मूल्य 35 अरब डॉलर आंका गया। यह Flipkart के 2021 के फंडिंग राउंड में हासिल किए गए लगभग 38 अरब डॉलर के मूल्यांकन (valuation) से कम है। इन्वेस्टमेंट फर्म के एक प्रवक्ता ने सौदे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जिसकी रिपोर्ट वॉल स्ट्रीट जर्नल ने पहले रविवार को दी थी।
इकोनॉमिक टाइम्स (ET) की रिपोर्ट के अनुसार, वेंचर कैपिटल फर्म एक्सेल (Accel ) ने भी Flipkart में अपनी 1% हिस्सेदारी वॉलमार्ट को बेच दी।
यह बिक्री टाइगर ग्लोबल को भारतीय स्टार्टअप में अपने लांग टाइम इन्वेस्टमेंट से सफलतापूर्वक बाहर निकलने का अवसर देती है। ब्लूमबर्ग को मिले लेटर के अनुसार, कंपनी ने शुरुआत में 2009 में फ्लिपकार्ट के सीरीज बी राउंड (Flipkart’s Series B round ) में 42 मिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 8.6 मिलियन डॉलर लगाए थे, इसके बाद 2010 और 2015 के बीच 1.2 अरब डॉलर और जोड़े।
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2017 में, टाइगर ग्लोबल ने अपनी फ्लिपकार्ट हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प (SoftBank Group Corp) को बेच दिया, और एक साल बाद वॉलमार्ट को और हिस्सेदारी बेच दी। मनी मैनेजर ने लेटर में कहा कि कुल मिलाकर, फ्लिपकार्ट में इसके निवेश से 3.5 बिलियन डॉलर का लाभ प्राप्त करने में मदद मिली है। लेटर में यह भी कहा गया है कि यह आने वाले हफ्तों में डिस्ट्रीब्यूशन डिटेल्स भी दी जाएगी।
Walmart, जिसने पहली बार 2018 में फ्लिपकार्ट में 77% हिस्सेदारी के लिए 16 बिलियन डॉलर का भुगतान किया था, भारत के बढ़ते उपभोक्ता बाजार में अपनी पहुंच बढ़ा रही है। इस साल की शुरुआत में, इसके लोकल पेमेंट बिजनेस ने एक ऑनलाइन रिटेलिंग ऐप लॉन्च किया था जो लोकल स्टोर और छोटे व्यापारियों की मेजबानी करेगा।
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Economic Times के अनुसार, टाइगर ग्लोबल और Accel से हिस्सेदारी के अधिग्रहण का मतलब है कि Walmart के पास फ्लिपकार्ट की लगभग 77% हिस्सेदारी होगी, जो पहले 72% थी।
टाइगर ग्लोबल ने लेटर में कहा, ‘हम Flipkart टीम के साथ अपनी साझेदारी और कंपनी के विकास के शुरुआती दौर में निवेश करने के अवसर के लिए आभारी हैं।’