नैशनल फाइनैंसिंग रिपोर्टिंग अथॉरिटी (एनएफआरए) ने अपनी जांच रिपोर्ट 2022 में बीएसआर ऐंड कंपनी, डेलॉयट हैस्किंस ऐंड सेल्स, एसआरबीसी ऐंड कंपनी और प्राइस वाटरहाउस चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की ऑडिट प्रक्रिया में कमियां पाईं हैं। अथॉरिटी ने शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
एनएफआरए ने पाया कि बीएसआर ऐंड कंपनी की ऑडिट नियंत्रण प्रणालियों में कंपनी का केपीएमजी इंडिया की संस्थाओं से स्वतंत्र होने का दावा अस्वीकार्य था।
एनएफआरए ने कहा है कि पीएसआर ने अपने नेतृत्व के ढांचे, केपीएमजी नेटवर्क की इकाइयों और ऑडिट क्लाइंट को उपलब्ध कराई गई गैर ऑडिट सेवाओं का ब्योरा उपलब्ध नहीं कराया है। एनएफआरए ने कहा है, ‘अपने कर्मियों की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने की फर्म की प्रणाली में सुधार करने की जरूरत है।’
इसमें यह भी कहा गया है कि 5 चुनी गई कंपनी की ऑडिट में 3 में बीएसआर की ऑडिट में हानि से संबंधित जांच की प्रक्रिया में कमी पाई गई। अपने साझेदारों के साथ काम करने की बीएसआर की गतिविधि में भी पाया गया कि इसमें गुणवत्ता नियंत्रण मानक (एसक्यूसी) का उल्लंघन हुआ है।
बीएसआर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है, ‘हम निरीक्षण रिपोर्ट की सिफारिशों और टिप्पणियों की सराहना करते हैं। जांच रिपोर्ट से हमें नीतियों व प्रथाओं में सुधार में मदद मिलेगी और हम माननीय एनएफआरए के साथ काम करेंगे।’
एनएफआरए ने एसआरबीसी ऐंड कंपनी की जांच रिपोर्ट में पाया है कि ऑडिट फर्म की स्वतंत्र नीतियां एसआरबीसी और उसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क अर्न्स्ट ऐंड यंग ग्लोबल लिमिटेड के नेटवर्क के सदस्यों के बीच प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संबंधों को स्पष्ट नहीं करती।
वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण ने सिफारिश की है कि ऑडिट फर्म को अपनी भारत नीति में आवश्यक बदलाव करना चाहिए, जिससे उसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की सदस्य फर्मों के साथ प्रत्यक्ष या परोक्ष संबंधों की पहचान हो सके।
एनएफआरए ने कहा, ‘इसे ईवाई से जुड़ी नेटवर्क इकाइयों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एसआरबीए संस्थाओं से संबंधित मानते हुए अपनी सभी गतिविधियों की समीक्षा करनी चाहिए।’ जांच रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कमजोरी वाले क्षेत्र को सुधार की संभावना वाले क्षेत्र के रूप में लिया जाना चाहिए।
एसआरबीसी ऐंड कंपनी की जांच को लेकर एनएफआरए ने कहा कि यह लेखा मानक (एसए) की जरूरतों पर खरा नहीं है। क्योंकि लेखा प्रक्रिया के पूरा होने के पहले ही दस्तावेज पूर्ण दिखाए गए हैं।
प्राइस वाटरहाउस चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के मामले में एनएफआरए ने पाया कि लेखा की जाने वाली कंपनियों के मामले में लेखा समिति की फर्म की नीति लेखा मानक का उल्लंघन करती है।
एनएफआरए की जांच रिपोर्ट पर पीडब्ल्यूसी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘जनहित की इकाइयों की गैर लेखा सेवाओं के प्रावधान के लिए हम उपयुक्त और कठोर नियंत्रण सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध हैं।’
डेलॉयट हैस्किंस ऐंड सेल्स की जांच रिपोर्ट में पाया गया कि एक मामले में इस लेखा फर्म ने गैर लेखा सेवाएं दी हैं। यह ‘स्वयं समीक्षा का जोखिम’ है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जैसा नेटवर्किंग समझौते में बताया गया है, वैसा कोई बोर्ड नहीं बनाया गया है।
डेलॉयट ने एनएफआरए की प्रतिक्रिया में कहा कि रिपोर्ट में जिन तथ्यों की ओर इंगित किया गया है, उसे हम संशोधित अंतिम रिपोर्ट में शामिल करेंगे।