रिलायंस रिटेल द्वारा मैट्रो कैश ऐंड कैरी इंडिया स्टोरों को उसके बी2बी स्टोरों में तब्दील किए जाने और अपने स्वयं के व्यवसायों के अधीन लाए जाने की संभावना है। रिलायंस रिटेल का व्यवसाय किराना स्टोरों के बड़े खरीदारों की जरूरतें पूरी करता है। सूत्रों का कहना है कि इसके अलावा, इन स्टोरों का नाम बदलकर रिलायंस मार्केट किए जाने की संभावना है।
ऐसा माना जा रहा है कि इन स्टोरों का इस्तेमाल कंपनी के अन्य व्यवसायों की जरूरतें पूरी करने वाले आपूर्ति केंद्र के तौर पर किया जाएगा, जिनमें जियोमार्ट भी शामिल है। हालांकि, रिलायंस रिटेल के लिए इन स्टोरों को हाइपरमार्केट और सुपरमार्केट में तब्दील करना भी आसान है, क्योंकि एफडीआई मानक इसमें बाधक नहीं होंगे, लेकिन यह ज्यादा उपयुक्त नहीं है, क्योंकि मैट्रो कैश ऐंड कैरी स्टोर अक्सर शहरों के बाहरी हिस्सों में हैं, जिससे रिलायंस को इन इलाकों से उपभोक्ताओं को आकर्षित करना कठिन है।
कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार रिलायंस मार्केट ने वर्ष 2011 में परिचालन शुरू किया था और मौजूदा समय में उसके 52 स्टोर तथा 40 लाख सदस्य हैं। मैट्रो कैश ऐंड कैरी का भारतीय व्यवसाय खरीदने के बाद, कंपनी 21 शहरों में अपने नेटवर्क में 31 और स्टोर जोड़ेगी। उसे भारत में 30 लाख से ज्यादा 2बी2 ग्राहकों की पहुंच हासिल होगी, जिसमें 10 लाख बार बार खरीदारी करने वाले ग्राहक हैं, जो स्टोर कंपनी के स्टोरों और ई बी2बी ऐप के जरिये खरीदारी करते हैं।
22 दिसंबर को, रिलायंस रिटेल ने कहा कि उसने 2,850 करोड़ रुपये में मैट्रो कैश ऐंड कैरी इंडिया में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौता किया। आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने इस अधिग्रहण के बारे में अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी ने पेशकशों को मजबूत बनाया है और वित्त वर्ष 2022 में करीब 10,000 करोड़ रुपये खर्च किए।
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यह मैट्रो होलसेल बिजनेस (बी2बी) का नया अधिग्रहण है और जियोमार्ट किराना ऑर्डरों में तेजी (सालाना आधार पर 4 गुना तक) और नए ग्राहक जुड़ने से उसकी आपूर्ति श्रृंखला मजबूत होगी। मॉर्गन स्टैनली ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आरआईएल द्वारा मैट्रो के बी2बी व्यवसाय का अधिग्रहण करने से उसकी नई व्यावसायिक रणनीति को मदद मिलेगी और महानगरों तथा बड़े आकार के स्टोरों के साथ टियर-1 शहरों में उपस्थिति बढ़ाने की राह आसान होगी। उसने कहा है कि नए अधिग्रहणों और अपने स्वयं के ब्रांडों की पेशकश के साथ आरआईएल अपनी रिटेल रणनीति में लगातार बदलाव बरकरार रखेगी।