मूल कंपनी सुजूकी मोटर कॉर्प के बिक्री राजस्व में मारुति सुजूकी का योगदान अप्रैल-दिसंबर (2022-23) में सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया।
मंगलवार को घोषित सुजूकी मोटर कॉर्प के नतीजे के मुताबिक, वैश्विक राजस्व में मारुति की हिस्सेदारी अप्रैल-दिसंबर 2021-22 के 33.42 फीसदी के मुकाबले बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 के अप्रैल-दिसंबर की अवधि में 40.93 फीसदी पर पहुंच गई। इससे पहले का सर्वोच्च स्तर वित्त वर्ष 18 में देखा गया था जब मारुति की हिस्सेदारी 37.14 फीसदी रही थी।
सुजूकी मोटर ने नतीजे में कहा है, भारत में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले बिक्री बढ़ी क्योंकि तब लॉकडाउन व सेमीकंडक्टर की किल्लत के कारण डीलरों के पास उपलब्धता पर असर पड़ा था।
इसमें कहा गया है, भारत में यूटिलिटी वाहन क्षेत्र में 21.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जिसकी वजह नई एसयूवी ब्रेजा व ग्रांड विटारा की पेशकश थी। हम भारत में सीएनजी वाहनों के प्रसार पर ध्यान दे रहे हैं। भारत के सीएनजी कार बाजार में मारुति की हिस्सेदारी अप्रैल-दिसंबर (वित्त वर्ष 2022) में 73 फीसदी रही।
सुजूकी मोटर ने मंगलवार को भारत के लिए बढ़त परिदृश्य के अपने बयान में बदलाव नहीं किया। पिछले साल नवंबर में दूसरी तिमाही के नतीजे की घोषणा करते समय कंपनी ने कहा था कि भारत में ऑटोमोबाइल यूनिट बिक्री वित्त वर्ष 23 में एक साल पहले के मुकाबले 21 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है।
सभी अहम बाजारों में बढ़त के लिहाज से भारत सुजूकी मोटर के लिए सबसे आकर्षक रहा है। एसएमसी ग्लोबल ऑटोमोबाइल की यूनिट बिक्री इस वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर अवधि में 13.4 फीसदी बढ़कर 22.1 लाख हो गई। दूसरी ओर भारत में कंपनी की ऑटोमोबाइल यूनिट बिक्री इस अवधि में 25.9 फीसदी बढ़कर 12 लाख यूनिट हो गई।
इस वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान घरेलू बाजार जापान में एसएमसी की ऑटोमोबाइल बिक्री 10.2 फीसदी बढ़ी, वहीं यूरोप में इसमें 35 फीसदी की गिरावट आई। एशियाई देशों मसलन पाकिस्तान, इंडोनेशिया और थाइलैंड में भी उसकी बिक्री घट गई।