LIC Investment: भारतीय जीवन बीमा निगम यानी LIC ने देश की दो बड़ी FMCG कंपनियों टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और डाबर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। यह कदम इस बात का संकेत देता है कि एलआईसी उपभोक्ता वस्तुओं के तेजी से बढ़ते क्षेत्र में अपने निवेश को और मजबूत बनाना चाहती है।
एलआईसी ने टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स में अपनी हिस्सेदारी 6.633 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.645 प्रतिशत कर ली है। यानी करीब दो प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी ने 11 जुलाई से 23 अक्टूबर 2025 के बीच लगभग एक करोड़ 99 लाख शेयर खरीदे। यह सवाल उठता है कि क्या एलआईसी को लग रहा है कि टाटा कंज्यूमर जैसे बड़े एफएमसीजी ब्रांड्स में निवेश अब भी सुरक्षित और लाभदायक है।
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इसी तरह एलआईसी ने डाबर इंडिया में भी अपनी हिस्सेदारी 4.918 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.985 प्रतिशत कर ली है। यह बढ़ोतरी लगभग दो प्रतिशत की है। बीमा कंपनी ने 18 फरवरी से 23 अक्टूबर 2025 के बीच डाबर के तीन करोड़ 66 लाख से अधिक शेयर खरीदे।
यह कदम ऐसे समय आया है जब सरकार ने पारंपरिक जीवन बीमा योजनाओं पर जीएसटी यानी वस्तु एवं सेवा कर हटा दिया है। इसके बाद एलआईसी को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। जीएसटी हटने के पहले ही दिन कंपनी को 1100 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश फ्लो मिला जबकि आमतौर पर एलआईसी को हर महीने लगभग 5000 करोड़ रुपये का प्रीमियम मिलता है।
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वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच एलआईसी ने 10,957 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। यह पिछले साल की इसी अवधि से करीब 3.91 प्रतिशत ज्यादा है। इससे साफ दिखता है कि एलआईसी का कामकाज लगातार बेहतर हो रहा है। कंपनी न सिर्फ अपने बीमा कारोबार में बल्कि निवेश के मामले में भी लगातार आगे बढ़ रही है।