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दूरसंचार को लेकर विश्लेषक सकारात्मक

Last Updated- December 12, 2022 | 6:32 AM IST

दूरसंचार सेवा प्रदाताओं भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया (वीआई) और रिलायंस जियो द्वारा शुल्क दरों में संभावित वृद्धि में देरी होने के बावजूद इस क्षेत्र को लेकर विश्लेषकों को नजरिया सकारात्मक बना हुआ है। जबकि स्टॉक एक्सचेंज पर भारती एयरटेल एवं वोडाफोन आइडिया का प्रदर्शन बेंचमार्क एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स और एसऐंडपी दूरसंचार सूचकांक के मुकाबले इस साल अब तक कमजोर प्रदर्शन रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि इसे लंबी अवधि के लिहाज से निवेश का अवसर माना जा सकता है।
कैलेंडर वर्ष 2021 में भारती एयरटेल का शेयर बीएसई पर अब तक 2.6 फीसदी की बढ़त दर्ज की है जबकि वोडाफोन आइडिया के शेयर में 14.4 फीसदी की गिरावट आई है। आरआईएल के शेयर को विश्लेषक अब दूरसंचार एवं तेल दोनों कारोबारों के संदर्भ में देखते हैं जिसमें 0.5 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। जबकि इस दौरान सेंसेक्स और बीएसई दूरसंचार सूचकांक में क्रमश: 3 फीसदी और 2.9 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बलीगा ने दूरसंचार को कोविड-प्रतिरोधी क्षेत्र करार देते हुए कहा, ‘प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) में संभावित वृद्धि वोडाफोन आइडिया के लिए काफी महत्त्वपूर्ण है जबकि हालिया तेजी के बाद गिरावट भारती एयरटेल के आकर्षण को कम किया है। इसलिए वोडाफोन आइडिया के निवेशकों को फिलहाल इस शेयर में अपना निवेश बरकरार रखना चाहिए जबकि नए निवेशक भारती एयरटेल में निवेश कर सकते हैं।’
विश्लेषकों का कहना है कि शुल्क दरों के आधार मूल्य पर दबाव, महंगाई का अप्रत्यक्ष प्रभाव, शुल्क दरों में अचानक की गई किसी भी वृद्धि से ग्राहकों के खिसकने की आशंका, इस क्षेत्र पर वित्तीय दबाव आदि तमाम कारकों को ध्यान में रखते हुए दूरसंचार कंपनियां शुल्क में वृद्धि करने से फिलहाल परहेज कर रही हैं। हालांकि वोडाफोन आइडिया ने इस सप्ताह के आरंभ में शुरुआती स्तर के दो पोस्टपेड प्लान की कीमतों को 598 रुपये से बढ़ाकर 649 रुपये और 749 रुपये से बढ़ाकर 799 रुपये करने की घोषणा की थी। सीएलएसए ने कहा है कि पोस्टपेड प्लान में 5 से 7 फीसदी की वृद्धि किए जाने से वोडाफोन आइडिया के राजस्व में 1 फीसदी की वृद्धि करने में मदद मिलेगी क्योंकि वृद्धि कुछ चुनिंदा प्लान में की गई है। अन्य दोनों कंपनियों के मुकाबले वोडाफोन आइडिया के बहीखाते की स्थिति कमजोर है और ऐसे में विश्लेषकों का कहना है कि शुल्क दरों में वृद्धि किए जाने से उसके लिए ग्राहकों को खोने का जोखिम बरकरार है।
दूरसंचार नियामक टाई के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 14 महीनों में पहली बार जनवरी में वोडाफोन आइडिया के ग्राहकों की संख्या में वृद्धि सकारात्मक हुई जब उसने 17 लाख ग्राहक जोड़े। भारती एयरटेल ने 69 लाख सक्रिस ग्राहकों को जोड़ा और उसके कुल ग्राहकों की संख्या 33.6 करोड़ और बाजार हिस्सेदारी 29.4 फीसदी हो गई।
एमके ग्लोबल के विश्लेषकों का कहना है कि वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में उल्लेखनीय तादाद में डेटा ग्राहकों के जुडऩे और चौथी तिमाही में वही रफ्तार बरकरार रहने से भारती एयरटेल के राजस्व और एआरपीयू को शुल्क वृद्धि के बिना भी बल मिलेगा।
इस बीच, जियो ने जनवरी में सकल आधार पर करीब 20 लाख ग्राहकों को जोड़ा। जेफरीज का माननना है कि हालिया 4जी स्पेक्ट्रम नीलामी में अत्यधिक खर्च किए जाने से भी शुल्क वृद्धि को बल मिलेगा।

First Published - March 28, 2021 | 11:51 PM IST

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