इंटेलेक्ट डिजाइन एरिना अपने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) प्लेटफॉर्म – पर्पल फैब्रिक से अगले चार वर्षों में 1,000 करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य बना रही है। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अरुण जैन ने यह जानकार दी।
हालांकि पर्पल फैब्रिक के लिए पूरी अनुसंधान और विकास प्रक्रिया में करीब 10 साल लगे हैं। लेकिन कंपनी ने साल 2021-22 तक इसे ग्राहकों को टूल के रूप में पेश करना शुरू कर दिया। और वह करीब 45 ग्राहकों के साथ गठजोड़ करने में कामयाब रही। जैन ने कहा कि कंपनी ने साल 2025 में ही इस टूल को पूरी तरह से अलग प्लेटफॉर्म के रूप में शुरू किया है।
जैन ने कहा, ‘पिछले दो से तीन महीने में हमें 400 पूछताछ मिली हैं। इंटेलेक्ट डिजाइन में हम प्रति वर्ष लगभग 50 सौदे करते हैं। लेकिन अकेले पर्पल फैब्रिक के साथ ही हम प्रति वर्ष 100 सौदे कर लेंगे। हम इस प्लेटफॉर्म को बड़ी कंपनी (इंटेलेक्ट डिजाइन) के तहत रखना चाहते हैं क्योंकि इसमें कई तालमेल हैं।’
जैन ने पोलारिस ग्रुप की भी स्थापना की है। उन्होंने कहा कि इंटेलेक्ट डिजाइन के पर्पल फैब्रिक प्लेटफॉर्म के चार प्रमुख स्तंभ हैं यानी एंटरप्राइज नॉलेज गार्डन, डिजिटल विशेषज्ञ, प्रशासन और मॉडल अनुकूलन। जैन ने कहा कि इस प्लेटफॉर्म में तैनाती के लिए तैयार करीब 70 डिजिटल विशेषज्ञ हैं जिन्हें ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार अनुकूल और एक-दूसरे के साथ व्यक्तिगत रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है।
इंटेलेक्ट डिजाइन ने पिछले वित्त वर्ष में 2,577 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया और इसमें सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कंपनी का लाइसेंस राजस्व सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़ा, जबकि उत्पाद रखरखाव राजस्व में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि कंपनी वर्षों से मुख्य रूप से बैंकिंग क्षेत्र पर ध्यान दे रही है। लेकिन उसकी योजना खुदरा और डिजिटल वाणिज्य परिवर्तन सहित अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार करने की है।