वित्त वर्ष 2025 में अप्रैल से जनवरी के बीच हार्मोनाइज्ड सिस्टम (एचएस) कोड के आधार पर निर्यात किए जाने वाले उत्पादों में स्मार्टफोन पहली बार सर्वाधिक निर्यात की जाने वाली वस्तु के रूप में उभरी है। वाणिज्य विभाग की ओर से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में शुल्क की जंग को लेकर चल रहे ऊहापोह के बीच वित्त वर्ष 2025 में अप्रैल-जनवरी के दौरान देश से 18.31 अरब डॉलर मूल्य के स्मार्टफोन का निर्यात किया गया, जिसने 16.04 अरब डॉलर के डीजल ईंधन को भी पीछे छोड़ दिया।
वित्त वर्ष 2024 की समान अवधि के दौरान एचएस श्रेणी के जिंस निर्यात में वाहन डीजल ईंधन, विमानन ईंधन और हीरा के बाद स्मार्टफोन चौथे स्थान पर था। वित्त वर्ष 2025 के अप्रैल-जनवरी में फोन के निर्यात में भारी वृद्धि के कारण स्मार्टफोन शीर्ष पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2025 में अप्रैल-जनवरी के दौरान स्मार्टफोन का निर्यात इससे पिछले साल की समान अवधि के 11.83 अरब डॉलर से 54.7 फीसदी बढ़ा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह वृद्धि आंशिक रूप से भारत से अमेरिका को निर्यात में वृद्धि के कारण भी हुई है। आयातकों ने अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की शुल्क धमकियों के मद्देनजर इन्वेंट्री बनाने के लिए ज्यादा समार्टफोन आयात किया था। उदाहरण के लिए जनवरी 2025 में ऐपल के आईफोन की अगुआई में अमेरिका को स्मार्टफोन का निर्यात पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 208 फीसदी बढ़कर 1.63 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह इस तथ्य से भी प्रतिबिंबित होता है कि अप्रैल-जनवरी के बीच भारत से अमेरिका को स्मार्टफोन निर्यात 64 फीसदी से अधिक बढ़कर 6.6 अरब डॉलर तक पहुंच गया।
निर्यात के मामले में देश का शीर्ष उत्पाद बनने में स्मार्टफोन को महज 5 साल लगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार के पहले कार्यालय में 2014 के दौरान निर्यात के मामले में स्मार्टफोन 167वें स्थान पर था जो वित्त वर्ष 2019 में 23वें स्थान पर आ गया था। सरकार ने 2020 में स्मार्टफोन के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना लेकर आई। उसके बाद से इसके उत्पादन और निर्यात में जबरदस्त तेजी आई है। वित्त वर्ष 2022 में निर्यात के मामले में स्मार्टफोन 9वें स्थान पर था । इसके दो साल बाद वित्त वर्ष 2024 में इसका निर्यात तिगुना होकर 15.6 अरब डॉलर हो गया और सबसे ज्यादा निर्यात किए जाने वाले उत्पाद में यह चौथे स्थान पर आ गया। दिसंबर 2024 तक स्मार्टफोन दूसरा
सर्वाधिक निर्यात वाला उत्पाद बन गया और जनवरी 2025 में यह शीर्ष पर पहुंच गया। सरकार के अनुमान के अनुसार वित्त वर्ष 2025 में स्मार्टफोन का निर्यात 24 अरब डॉलर रह सकता है। इनमें से ऐपल आईफोन का योगदान करीब दो-तिहाई (1.5 लाख करोड़ रुपये) होगा। ऐपल ने अब अपने वैश्विक आईफोन उत्पादन का 20 फीसदी भारत में स्थानांतरित कर दिया है।