वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में दवा क्षेत्र राजस्व में करीब 13.5 फीसदी और शुद्द लाभ में 30.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज कर सकता है, जिसे अमेरिकी बाजार में महंगी दवाओं की मंजूरी, कच्चे माल की कीमतों में गिरावट और परिवहन लागत में कमी से सहारा मिलेगा।
हेल्थकेयर के क्षेत्र में हॉस्पिटल्स के राजस्व में 13 फीसदी की वृद्धि दर्ज होने की उम्मीद है जबकि उसके शुद्ध लाभ में करीब 37 फीसदी का इजाफा होगा। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एक नोट में ये बातें कही है।
विश्लेषकों ने हालांकि कहा है कि वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में त्योहारी सीजन के प्रभाव के कारण क्रमिक आधार पर प्रदर्शन की तुलना शायद नहीं की जा सकती। डायग्नोस्टिक्स कंपनियां राजस्व में 12 फीसदी की वृद्धि दर्ज कर सकती हैं जबकि उनके कर पश्चात लाभ में 37 फीसदी के इजाफे का अनुमान है।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने कहा कि वृद्धि को सबसे ज्यादा सहारा जेनेरिक उत्पादों मसलन रेविलमिड, जेनेरिक स्पिरिवा, जेनेरिक अल्बुटिरोल, जेनेरिक प्रेजिस्टा, जेनेरिक लेनोटाइरेड और बायोसिमिलर से मिलेगा।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने कहा, कीमतों में स्थिरता के साथ अमेरिकी बाजार 13 से 20 फीसदी तक की वृद्धि दर्ज कर सकता है, वहीं कोविड-19 के कारोबार के बाद अब भारतीय कारोबार स्थिर हो चुका है, ऐसे में यहां दो अंकों में वृद्धि होगी। तीसरी तिमाही में यूरोप व अंतरराष्ट्रीय बाजार में राजस्व एक अंक में वृद्धि दर्ज कर सकता है।
अमेरिकी राजस्व सालाना आधार पर 15 फीसदी बढ़ने का अनुमान है जबकि उद्योग में कीमतों का एक अंक मं क्षरण हुआ है, जिसकी आंशिक भरपाई नए उत्पादों की पेशकश ने की है। निर्मल बांग इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज को लगता है कि अमेरिका में स्थायी मुद्रा के लिहाज से वृद्धि सालाना आधार पर करीब 10 फीसदी होगी, लेकिन नई पेशकश तिमाही आधार पर स्थिर से ऋणात्मक बनी रहेगी।
निर्मल बांग ने एक रिपोर्ट में कहा, उत्पादों के बेहतर मिश्रण, ब्रांडेड बाजारों मं कीमत बढ़ोतरी के लाभ और लागत में इजाफे के मामला सामान्य स्थिति की और लौटने से मार्जिन में सालाना आधार पर सुधार की उम्मीद है।
साथ ही अमेरिकी कीमत पर दबाव समाप्त होने से भी मार्जिन को सहारा मिलेगा। साथ ही कच्चे माल की कीमतों में नरमी भी अमेरिकी वृद्धि को सहारा दे रहा है।
निर्मल बांग ने कहा है कि नई पेशकश और कीमत बढ़ोतरी के सहारे के बावजूद देसी फॉर्मुलेशन बाजार में वृद्धि थोड़ी नरम होकर 9 फीसदी पर आ जाएगी। ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने कहा कि भारतीय दवा बाजार ने तीसरी तिमाही में 10 फीसदी की मजबूत वृद्धि दर्ज की है।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने कहा, ज्यादातर कंपनियों के मामले में फील्ड में रहे कर्मियों की उत्पादकता में सुधार, कीमत बढ़ोतरी और नई पेशकश के चलते हम वित्त वर्ष 24 में अपने कवरेज वाली कंपनियों की देसी बिक्री में 10 से 11 फीसदी की वृद्धि का अनुमान बनाए हुए हैं।
अच्छी खबर यह है कि एपीआई का कीमत इंडेक्स (जिसमें 15 अग्रणी एपीआई है और जिसका आयात चीन से होता है और दवा कंपनियां इसका इस्तेमाल कच्चे माल के तौर पर करती है) इसमें तिमाही आधार पर 13 फीसदी और सालाना आधार पर 12 फीसदी की गिरावट का संकेत देता है।
ब्रोकरेज ने कहा, चीन मं उत्पादन में स्थिरता और पीएलआई योजना के कारण भारत में आपूर्ति बढ़ने से एपीआई की कीमत में गिरावट आई है। इसी तरह तीसरी तिमाही में कच्चे तेल की
कीमतें और ढुलाई की दर सर्वोच्च स्तर से नीचे आई हैं और इस वजह से आगे दवा कंपनियों के लाभ में सुधार हो सकता है। इसमें कहा गया है, उपरोक्त कारक वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में दवा कंपनियों के एबिटा मार्जिन में सालाना आधार पर 200 आधार अंकों का सुधार ला सकते हैं।
कॉरपोरेट में ऐबट राजस्व में 10 फीसदी की वृद्धि दर्ज कर सकता है, जिसकी अगुआई हार्मोंस व गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सेगमेंट करेगा। डॉ. रेड्डीज लैब को अमेरिका में जेनेरिक रेविमिड की बिक्री से फायदा होगा, लेकिन तिमाही आधार पर उसकी अमेरिकी बिक्री में वृद्धि सपाट रहेगी।
सिप्ला जेनेरिक ब्रोवाना में बाजार हिस्सेदारी हासिल कर रही है,, वहीं उसने जेनेरिक अल्बुटेरोल में बाजार हिस्सेदारी में स्थिरता बरकरार रखी है। ल्यूपिन इस अवधि में कुल मिलाकर 15.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज कर सकती है।