Ayodhya Ram Temple: नई दिल्ली के पॉश खान मार्केट से लेकर लखनऊ की चहल-पहल भरी सड़कों और मुंबई के भीड़ भरे बाजारों तक भगवा झंडे लहरा रहे हैं और हवा में जश्न की रंगत महसूस हो रही है। व्यापारी, उनके संगठन और समाज के तमाम वर्ग अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाने को तैयार हैं और इसके लिए समारोहों, प्रभात फेरियों के साथ मंदिर की छाप लिए सामान का अंबार लग गया है।
राजनयिकों और दिल्ली की नामी-गिरामी हस्तियों का अड्डा कहलाने वाले खान मार्केट में रविवार की शाम को कीर्तन शुरू हो जाएगा। अगले दिन प्राण प्रतिष्ठा के समय यहां भी हवन होगा, जिसका सीधा प्रसारण किया जाएगा। बाद में भगवान राम की मूर्ति के साथ बाजार में रथयात्रा निकाली जाएगी और दो दिन का यह कार्यक्रम भंडारे के साथ संपन्न होगा।
खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव मेहरा बताते हैं, ‘सभी कार्यक्रम विश्व हिंदू परिषद के निर्देश पर पड़ोस के गोपाल मंदिर में किए जाएंगे। यह ऐतिहासिक अवसर है और इसे पूरे जोश के साथ मनाया जाएगा।’
कनॉट प्लेस आइए और यहां इनर तथा आउटर सर्कल के 14 ब्लॉक रीगल बिल्डिंग, रिवोली बिल्डिंग, सिंधिया हाउस तथा पुराने जनपथ बाजार का प्रतिनिधित्व करने वाले नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन ने यहां खुली जगह को सजाने के लिए 6,000 मीटर कपड़े के झंडों का ऑर्डर दिया है।
सोमवार शाम को यहां 1 लाख दीये सजाने की योजना है और 11 किलोग्राम लड्डू का ऑर्डर भी दिया गया है। कनॉट प्लेस में इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करने, रोशनी करने, आतिशबाजी जलाने तथा भजन बजाने की भी योजना थी।
मगर एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव बताते हैं कि मंगलवार को गणतंत्र दिवस की ड्रेस रिहर्सल होने के कारण इसकी इजाजत नहीं मिल पाई। हालांकि इजाजत नहीं मिलने की मायूसी मंदिर उद्घाटन से देश भर में होने वाली कारोबारी कमाई के आंकड़े जानकर काफी कम हो जाएगी।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन खंडेलवाल 30 शहरों के व्यापार मंडलों से अनुमान जुटाने के बाद प्राण प्रतिष्ठा के कारण 1 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने का कयास लगाते हैं। देश भर में करीब 7 करोड़ व्यापारी कैट से जुड़े हैं और पहले उसने 50,000 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया था।
खंडेलवाल कहते हैं, ‘लोगों की आस्था नए कारोबार को जन्म दे रही है।’ वह बताते हैं कि देश भर में व्यापार मंडल करीब 30,000 कार्यक्रम करा रहे हैं, जिनमें श्री राम चौकी, पदयात्रा, स्कूटर-कार रैली तथा सभाएं आदि शामिल हैं।
देश भर में राम मंदिर के 5 करोड़ से ज्यादा मॉडल बिकने की उम्मीद
इसके अलावा देश भर में राम मंदिर के 5 करोड़ से ज्यादा मॉडल भी बिकने की उम्मीद है, जिन्हें बनाने के लिए कई शहरों में छोटे कारखाने दिन-रात काम कर रहे हैं। खंडेलवाल का कहना है कि ढोल, ताशे, नफीरी, शहनाई बजाने वाले, बैंड वाले और यात्राओं के लिए झांकी तैयार कर रहे शिल्पकार भी मंदिर से तैयार हो रही अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान करेंगे।
लखनऊ के लोकप्रिय बाजारों जैसे कि हजरतगंज, अमीनाबाद, निशातगंज, महानगर और जानकीपुरम में भी राम मंदिर विषय से जुड़े सामान की भरमार दिखती है। इनमें ध्वज, बैनर, हेडबैंड, पोस्टर, तोरण, स्टिकर,बैज, छोटी मूर्तियां और मंदिर के मॉडल शामिल हैं। 20 रुपये में छोटे ध्वज से लेकर 500 रुपये में बड़े आकार के पोस्टर बैनर तक बिक रहे हैं। शहर के बाहरी इलाकों में भी कारोबार परवान पर है।
जानकीपुरम के एक दुकानदार रमेश पाल को उम्मीद है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह खत्म होने के बाद भी कारोबार बढि़या चलेगा। नरही और भूतनाथ के सजे हुए बाजारों में व्यापारिक संगठनों ने अपने सदस्यों से कहा है कि वे अपनी दुकानों पर राम ध्वज लगाएं। यूपी आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया कि शहर के केंद्रीय बिंदु अटल चौक पर भगवान राम का एक विशाल कटआउट लगाया जाएगा।
यही नहीं, उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की 10 हजार बसों में रामधुन बजाई जाएगी, जिनसे हर दिन करीब 15 लाख लोग सफर करते हैं। अभी सिर्फ अयोध्या की तरफ जाने वाली बसों में रामधुन बजाई जाती थी।
प्रदेश की जनता बिना किसी बाधा के प्राण प्रतिष्ठा समारोह देख सके, इसके लिए उत्तर प्रदेश विद्युत निगम ने पूरी तैयारी की है कि सोमवार को बिजली की निर्बाध आपूर्ति की जाए। राज्य सरकार ने लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, आगरा, मथुरा और प्रयागराज से अयोध्या के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं भी शुरू करने की घोषणा की है। इन सेवाओं का किराया 11,000 रुपये से लेकर 35,000 रुपये के बीच होगा। नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद और बेंगलूरु से अयोध्या के लिए सीधी हवाई उड़ानें पहले ही शुरू हो चुकी हैं।
मुंबई और बृहन्मुंबई महानगर इलाके में पूरा उत्सव का माहौल दिख रहा है। यहां के कई बाजारों में पिछले कई दिनों से राम चौकी, कीर्तन और भजन का आयोजन किया जा रहा है। इस बड़े आयोजन के ऐलान वाली बड़ी-बड़ी होर्डिंग लगाई गई हैं।
कैट महाराष्ट्र शाखा के महासचिव शंकर ठक्कर कहते हैं कि 5 जनवरी और 22 जनवरी के बीच मुंबई-एमएमआर में फल, फूल और मिठाइयों जैसी पूजा सामग्री की करीब 10,000 करोड़ रुपये की बिक्री होने का अनुमान है। ठक्कर ने कहा कि राम दरबार अंकित सोने और चांदी के सिक्के लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं।
चांदी की बिक्री काफी बढ़ी है। इनके अलावा भगवान राम और राम दरबार के चित्रों वाले कीचेन, ध्वज, साडि़यों, दुपट्टों, टीशर्ट और कुर्तों की भी खूब मांग है। दूसरे शहरों की तरह मुंबई में भी विशाल एलईडी स्क्रीनों के जरिए लोगों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह लाइव दिखाया जाएगा। ऐसा ही विशाल स्क्रीन ठाणे के गांवदेवी मैदान में लग रहा है।
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दक्षिण कोलकाता के पुराने बाजारों में गिने जाने वाले जदुबाबूर बाजार में विश्वजीत मित्रा की दुकान जय श्रीराम लिखे भगवा झंडों और पटकों से पटी पड़ी है। पिछले चार दिनों में उनकी बिक्री 10,000 से 15,000 रही है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि सप्ताहंत में बिक्री बहुत तेजी से बढ़ेगी।
पड़ोस की एक और दुकान में दीयों का ढेर लगा हुआ है। इस दुकान के मालिक कहते हैं, ‘इस 22 जनवरी को दीपावली जैसा माहौल होगा, इसलिए उन्हें भी दीयों की अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है।’
जय श्री राम लिखे पटके और झंडे पश्चिम बंगाल के लिए नई चीज हैं। बड़ा बाजार में एक आपूर्तिकर्ता के अनुसार भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में इनकी मांग बहुत अधिक है। बड़ा बाजार भारत के सबसे बड़े थोक बाजारों में से एक है।
झंडों और पटकों के निर्माता एवं आपूर्तिकर्ता नॉवल्टी स्टोर्स के रोहित गुप्ता कहते हैं कि उनका 85 फीसदी माल असम जाता है। इसके अलावा दस फीसदी पटके और झंडे अगरतला तथा शेष पांच फीसदी पश्चिम बंगाल और इससे सटे राज्यों में बिकते हैं। गुप्ता की उत्पादन क्षमता 15,000 से 20,000 प्रतिदिन है, लेकिन मांग इससे बहुत ज्यादा है।
बंगाल भाजपा के मुख्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने बताया कि लोगों का उत्साह देखने लायक है। इससे हमारी उम्मीदें और बढ़ गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में पदयात्राएं निकाली जाएंगी।
प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लाइव दिखाने के लिए जगह-जगह स्क्रीन लगाई जा रही हैं। वह जोर देकर कहते हैं कि इनमें से कोई भी कार्यक्रम भाजपा के बैनर तले नहीं हो रहा है। चुनाव से पहले प्राण पतिष्ठा कार्यक्रम का मजाक उड़ाने वालीं तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी 22 जनवरी को एक रैली में हिस्सा लेंगी और विभिन्न धर्मों के पूजा स्थलों में जाएंगीं।
उन्होंने कहा कि उनका कार्यक्रम किसी का प्रत्युत्तर या विरोध करने के लिए नहीं है। भाजपा विधायक और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने हंगामे की आशंका के आधार पर मांग की थी कि बनर्जी की रैली को इजाजत नहीं दी जानी चाहिए, लेकिन कलकत्ता हाईकोर्ट ने गुरुवार को उनकी याचिका खारिज कर दी।