हैदराबाद की दिग्गज दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने जुलाई-सितंबर 2025 की दूसरी तिमाही में शानदार नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का मुनाफा 14.5 फीसदी बढ़कर 1,437.2 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल की इसी तिमाही में यह 1,255 करोड़ रुपये था। कंपनी की कमाई भी 8,016 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,805 करोड़ रुपये हो गई। यह जानकारी कंपनी ने एक आधिकारिक बयान में दी।
कंपनी के को-चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर जीवी प्रसाद ने बताया कि ब्रांडेड मार्केट में शानदार प्रदर्शन और निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (NRT) पोर्टफोलियो ने इस तिमाही में अच्छा योगदान दिया। हालांकि, अमेरिका में लेनालिडोमाइड की बिक्री कम होने और कुछ प्रोडक्ट्स की कीमतों में गिरावट ने थोड़ा असर डाला। फिर भी, कंपनी अपने मुख्य कारोबार को मजबूत करने, नए प्रोडक्ट्स पर काम करने और बिजनेस बढ़ाने की रणनीतियों पर ध्यान दे रही है।
डॉ. रेड्डीज के कारोबार को अलग-अलग बाजारों में देखें तो तस्वीर मिली-जुली रही। भारत में कंपनी की कमाई 13 फीसदी बढ़कर 1,578 करोड़ रुपये हो गई। यूरोप में भी शानदार उछाल देखने को मिला, जहां बिक्री 577 करोड़ से बढ़कर 1,376 करोड़ रुपये हो गई। उभरते बाजारों (इमर्जिंग मार्केट्स) में 14 फीसदी की बढ़त के साथ कमाई 1,655 करोड़ रुपये रही। फार्मास्युटिकल सर्विसेज और एक्टिव इंग्रेडिएंट्स (PSAI) डिवीजन ने भी 12 फीसदी की बढ़त दिखाई, जिसकी कमाई 945 करोड़ रुपये रही।
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हालांकि, उत्तरी अमेरिका में कंपनी को झटका लगा। वहां बिक्री 13 फीसदी घटकर 3,241 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल 3,728 करोड़ थी। इसका कारण कुछ प्रोडक्ट्स की कीमतों में भारी गिरावट और लेनालिडोमाइड की कम बिक्री रही।
शुक्रवार को डॉ. रेड्डीज के शेयरों में BSE पर 0.32 फीसदी की मामूली बढ़त देखी गई। कंपनी का शेयर 1,284 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। कंपनी के इन नतीजों ने निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है, क्योंकि यह दिखाता है कि चुनौतियों के बावजूद कंपनी कई बाजारों में मजबूती से आगे बढ़ रही है।
(PTI के इनपुट के साथ)