Ayodhya Ram Temple inauguration: भव्य राम मंदिर निर्माण के साथ ही आर्थिक क्षेत्र में अयोध्या ने ऊंची छलांग लगायी है। उत्तर प्रदेश में बीते साल फरवरी में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में जहां अयोध्या को 49000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले वहीं निर्यात के मोर्चे पर भी रामनगरी को भारी सफलता मिली है।
बीते एक साल में विभिन्न क्षेत्रों में अयोध्या से 254 करोड़ रुपये की वस्तुओं की निर्यात किया गया है। इससे पहले वर्ष 2021-22 में अयोध्या से 110 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ है। इस तरह वर्ष 2022-23 में अयोध्या से होने वाले निर्यात में 150 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अयोध्या से होने वाला निर्यात लगातार बढ़ रहा है।
आंकड़ों के मुताबिक अयोध्या से सबसे अधिक निर्यात कोयले का हुआ है जबकि विभिन्न तरह के पेपर्स व आयुर्वैदिक दवाएं भी बाहर भेजी जा रही हैं। रामनगरी से बिटुमिनस कोयला 90.61 करोड़ रुपये का तो भाप कोयला 3.81 करोड़ रुपये का निर्यात अकेले वर्ष 2022-23 में किया गया है। अन्य तरह के कोयले का निर्यात 44 करोड़ रुपये का किया गया है। अयोध्या से वर्ष 2022-23 में क्राफ्ट पेपर व पेपर बोर्ड 44.56 करोड़ रुपये का तो पोस्टर पेपर 1.7 करोड़ रुपये का निर्यात किया गया है। इसी अवधि में आयुर्वैदिक दवाएं 3.18 करोड़ रुपये की बाहर भेजी गई है तो 2.76 करोड़ रुपये के उबले चावल का निर्यात किया गया है। इसके अलावा वुड पल्प बोर्ड का निर्यात 3.12 करोड़ रुपये का तो बेकरी मशीनरी 3.24 करोड़ रुपये मूल्य की बाहर भेजी गयी है।
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निर्यात के ताजा आए आंकड़ों पर आयुक्त गौरव दयाल ने संतोष जताते हुए कहा कि यह काल अयोध्या के सर्वांगीण विकास का है। उन्होंने कहा कि चतुर्दिक विकास के साथ अयोध्या की आर्थिक क्षेत्र में भी उत्कृष्ट प्रगति हो रही है। इस बार नौ क्षेत्रों में अयोध्या जिले ने निर्यात के अपने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
गौरतलब है कि वैश्विक निवेशक सम्मेलन में भी अयोध्या को भारी-भरकम निवेश प्रस्ताव मिले थे। साथ ही इस शहर में होटल व गेस्ट हाउस बनाने के लिए देश-विदेश की नामी कंपनियों से प्रस्ताव मिले हैं। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अयोध्या में 40 मेगावाट का संयंत्र बीते एक साल में ही बन कर तैयार हुआ है।