US Canada Trade Tensions: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने गुरुवार (स्थानीय समय) को सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उन्होंने कनाडा के साथ व्यापार वार्ता समाप्त कर दी है। ट्रंप का यह फैसला उस टीवी विज्ञापन के बाद आया है, जिसमें अमेरिकी टैरिफ नीतियों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया गया था। ट्रंप ने इस विज्ञापन को “अमेरिकी अदालतों के फैसलों को प्रभावित करने की कोशिश” बताया।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल (Truth Social) पर लिखा, “रॉनल्ड रीगन फाउंडेशन ने बताया है कि कनाडा ने एक फर्जी विज्ञापन चलाया है, जिसमें रॉनल्ड रीगन को अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ बोलते दिखाया गया। यह विज्ञापन $75,000 में चलाया गया और इसका मकसद सिर्फ अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट और अन्य अदालतों के फैसलों में दखल देना था। टैरिफ हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम हैं। कनाडा के इस घोर अनुचित व्यवहार के चलते सभी व्यापार वार्ता तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाती हैं।”
यह बयान ऐसे समय आया जब कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कहा था कि वह अमेरिका के अलावा अन्य देशों को निर्यात दोगुना करने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि ट्रंप के टैरिफ उनकी अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा खतरा बन गए हैं।
कनाडा के ओंटारियो प्रीमियर डग फोर्ड ने अपने X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर एक एंटी-टैरिफ विज्ञापन साझा किया था। इस विज्ञापन में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रॉनल्ड रीगन के 1987 के रेडियो संबोधन का अंश इस्तेमाल किया गया था, जिसमें रीगन ने जापानी इलेक्ट्रॉनिक्स पर 100% टैरिफ लगाने के फैसले को उचित ठहराया था।
विज्ञापन में रीगन कहते हैं, “हाई टैरिफ से विदेशी देशों की प्रतिक्रिया तय होती है, और इससे भयंकर व्यापार युद्ध शुरू हो जाते हैं। नतीजतन बाजार सिमट जाते हैं, उद्योग बंद हो जाते हैं, और लाखों लोग अपनी नौकरियां खो देते हैं।”
डग फोर्ड ने पोस्ट में लिखा, “हम अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ हर संभव कदम उठाएंगे। समृद्धि का रास्ता साझेदारी और सहयोग से ही निकलता है।”
It’s official: Ontario’s new advertising campaign in the U.S. has launched.
Using every tool we have, we’ll never stop making the case against American tariffs on Canada. The way to prosperity is by working together.
Watch our new ad. pic.twitter.com/SgIVC1cqMJ
— Doug Ford (@fordnation) October 16, 2025
इस साल अप्रैल में ट्रंप ने “लिबरेशन डे टैरिफ” की घोषणा की थी, जिसके बाद कनाडा पर ऑटो, डिजिटल सेवाओं, स्टील और अन्य उत्पादों पर नए कर लगा दिए गए। अमेरिका ने कनाडाई निर्यात पर 25% टैरिफ और ऊर्जा उत्पादों पर 10% टैरिफ लगाया था।
इसके जवाब में कनाडा ने भी प्रतिशोधी टैरिफ लागू किए। दोनों देशों के बीच स्टील और एल्युमिनियम सेक्टर पर कई हफ्तों से समझौता वार्ता चल रही थी, लेकिन अब कनाडा पर 35% टैरिफ लगाया गया है।
इस महीने की शुरुआत में कनाडाई प्रधानमंत्री कार्नी ने व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात की थी। यह उनकी प्रधानमंत्री बनने के बाद दूसरी अमेरिका यात्रा थी। ट्रंप ने उस समय संकेत दिया था कि दोनों देश भविष्य में व्यापार समझौते पर पहुंच सकते हैं, हालांकि उन्होंने समयसीमा स्पष्ट नहीं की थी।
ट्रंप के फैसले के बाद कार्नी ने कहा, “अगर वॉशिंगटन के साथ हमारी व्यापार वार्ताएं विफल रहीं,
तो कनाडा किसी भी हाल में अमेरिका को अपने बाजारों में गैरवाजिब पहुंच की अनुमति नहीं देगा।”