सैमसंग इंडिया ने आज कहा कि वह श्रीपेरंबदूर इकाई में हड़ताल कर रहे कर्मचारियों के साथ दीर्घकालिक वेतन समझौता करना चाहती है। अलबत्ता कंपनी ने यह स्पष्ट किया कि वह केवल अपने कर्मचारियों के साथ बातचीत करेगी, किसी तीसरे पक्ष, सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) के नेताओं के साथ नहीं।
सूत्रों के अनुसार इस चर्चा में सबसे बड़ी रुकावट यह बात है कि सैमसंग इंडिया वर्कर्स यूनियन (एसआईडब्ल्यूयू) के अध्यक्ष ई. मुतुकुमार सीटू के वरिष्ठ नेता हैं न कि कंपनी के कर्मचारी। हड़ताल के 19वें दिन में प्रवेश करने पर मद्रास उच्च न्यायालय और कांचीपुरम जिला अदालत में सैमसंग इंडिया का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील आनंद गोपालन ने कहा, ‘प्रबंधन ने कर्मचारियों के साथ दीर्घकालिक वेतन समझौता करने की अपनी इच्छा जता दी है। हालांकि सैमसंग इंडिया प्रबंधन केवल अपने कर्मचारियों के साथ बातचीत करेगा, किसी तीसरे पक्ष के साथ नहीं।’
सैमसंग इंडिया प्रबंधन ने संकेत दिया है कि वह श्रम विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में कर्मचारियों के साथ बैठकर बैठक करना चाहता है। गोपालन ने कहा, ‘मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि मौजूदा हड़ताल अवैध है और कर्मचारियों की मांगों के संबंध में समझौता प्रक्रिया जारी है। कर्मचारी संघ आज तक पंजीकृत नहीं है। ऐसी परिस्थितियों में सैमसंग इंडिया के प्रबंधन का हड़ताली कर्मचारियों पर उचित कार्रवाई करना तर्क संगत है।’
उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने अब भी धैर्य रखा है और विवाद के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए कर्मचारियों से सीधे बातचीत करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि सैमसंग देश के सभी कानूनों और नियमों का अनुपालन करती है।