केंद्रीय खान मंत्रालय जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में मिले 59 लाख टन लीथियम भंडार के लिए नीलामी का बहुप्रतीक्षित खाका इसी महीने के अंत तक जारी करने की तैयारी में है। खान एवं खनिज (विकास एवं नियमन) संशोधन विधेयक, 2023 को हाल ही में संसद से मंजूरी मिली है, जिसके बाद नीलामी की रूपरेखा तैयार करने के प्रयास तेज हो गए हैं।
खान मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि मंत्रालय जम्मू कश्मीर में लीथियम खनन की नीलामी की समयसीमा को अंतिम रूप दे रहा है। उन्होंने कहा, ‘विधेयक को संसद से मंजूरी मिलने के बाद हम नीलामी की योजना का खाका तैयार करने में गंभीरता से जुट गए हैं।’ यह कदम खनिज संसाधनों के पर्यावरण अनुकूल विकास के लक्ष्य के अनुरूप है और नवाचार तथा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता इससे पता चलती है।
हालांकि नीलामी के लिए अभी कोई समयसीमा तय नहीं की गई है मगर 2 मई को उद्योग के एक कार्यक्रम में भारद्वाज कह चुके हैं कि इस साल के अंत तक नीलामी कर दी जाएगी। सरकार ने नीलामी के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन को लेनदेन सलाहकार नियुक्त करने के लिए भी कहा है। केंद्र सरकार द्वारा लीथियम और 5 अन्य परमाणु खनिजों – बेरिलियम, नियोबियम, टाइटेनियम, टैंटलम और जिरकोनियम से बंदिश हटाते हुए निजी क्षेत्र को भी इसके अन्वेषण एवं खनन की अनुमति दी है, जिससे देश में ऊर्जा आत्मनिर्भरता और स्थिरता बढ़ने की संभावना है।
केंद्र सरकार ने 28 जून को 30 महत्त्वपूर्ण खनिजों की पहली सूची जारी की है। राष्ट्र के आर्थिक एवं तकनीकी विकास के लिए महत्त्वपूर्ण माने गए इन खनिजों में 17 दुर्लभ मृदा तत्त्व (रेयर अर्थ एलिमेंट) हैं और 6 तत्त्व प्लेटिनम समूह के हैं। इन सभी को उनके आर्थिक महत्त्व और देश के भूगर्भ भंडार में उनकी कम उपलब्धता के कारण महत्त्वपूर्ण श्रेणी में रखा गया है।
लीथियम की नीलामी पूरी होने से भारत का वैश्विक लीथियम बाजार में प्रमुख भागीदार बनने का सफर तेज हो सकता है। इससे स्मार्टफोन से लेकर इलेक्ट्रिक वाहन तक चलाने में भारत आत्मनिर्भर बन सकता है। उद्योग, तकनीक और चिकित्सा में लीथियम तथा इसके यौगिकों के कई तरह के इस्तेमाल हैं मगर संयुक्त राष्ट्र वैज्ञानिक सर्वेक्षण 2022 के अनुसार इसकी 80 फीसदी खपत बैटरी बनाने में होती है।
जम्मू कश्मीर में 59 लाख टन लीथियम भंडार की भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की खोज के साथ ही भारत लीथियम के सातवें सबसे बड़े भंडार वाला देश बन गया है। संयुक्त राष्ट्र भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण 2022 के अनुसार दुनिया भर में कुल 9.8 करोड़ टन लीथियम का भंडार है। भारत के नए भंडार को इसमें शामिल करने से कुल आंकड़ा बढ़कर 10.39 करोड़ टन हो जाएगा। भारत से अधिक लीथियम भंडार वाले देश बोलिविया, अर्जेंटीना, अमेरिका, चिली, ऑस्ट्रेलिया और चीन हैं, जिनके पास दुनिया का 76 फीसदी ज्ञात लीथियम भंडार है।
फिलहाल भारत में लीथियम का पूरी तरह आयात होता है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2022-23 में 2.8 अरब डॉलर की लीथियम आयन बैटरियां आयात की गईं, जिनमें 95 फीसदी से ज्यादा हॉन्ग कॉन्ग और चीन से आई थीं।