पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर मंडरा रहे संकट के मद्देनजर प्रमुख फिनटेक कंपनियां अपने कार्यबल में इजाफा कर रही हैं और अपनी नेतृत्व टीमों में नए चेहरों को शामिल कर रही हैं। उद्योग के सूत्रों ने यह जानकारी दी। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आदेश के अनुसार उपयोगकर्ता 29 फरवरी के बाद अपने पेटीएम पेमेंट्स बैंक वॉलेट में पैसा नहीं डाल पाएंगे। लेकिन वे सेवाओं और वॉलेट में मौजूदा शेष राशि का इस्तेमाल कर सकेंगे।
उद्योग के सूत्रों ने कहा कि पेटीएम की प्रतिस्पर्धी कंपनियां अपने बिक्री कर्मचारियों की संख्या दोगुनी करते हुए ऑफलाइन भुगतान में भारी निवेश कर रही हैं। मोबिक्विक अपने प्लेटफॉर्म पर नए कारोबारियों को शामिल कर रही है और साउंडबॉक्स सिस्टम्स में 70 करोड़ रुपये का निवेश करने पर विचार कर रही है। इसके लिए उसने ऑर्डर भी दे दिया है।
इस संबंध में जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि गुरुग्राम की यह फिनटेक फर्म छोटे स्टोर, पेट्रोल पंप, संगठित खुदरा श्रृंखलाओं आदि पर ध्यान दे रही है। उद्योग के एक सूत्र ने कहा कि ईडीसी (इलेक्ट्रॉनिक डेटा कैप्चर) मशीन, क्यूआर (क्विक रिस्पॉन्स) कोड, साउंड बॉक्स पर ध्यान दिया जा रहा है।
सूत्रों ने कहा कि पेटीएम संकट शुरू होने के बाद से मोबिक्विक के मामले में ऐप इंस्टॉलेशन में 100 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है। इसी तरह एयरटेल पेमेंट्स बैंक अगली तिमाही में अपने बिक्री कर्मियों कब संख्या पांच गुना तक बढ़ाने पर विचार कर रहा है। एक जानकार ने बताया कि कंपनी के पास फिलहाल बाजार में 3,000 से ज्यादा बिक्री कर्मचारी तैनात हैं। एयरटेल पेमेंट्स बैंक के प्लेटफॉर्म से वर्तमान में दस लाख से अधिक व्यापारी जुड़े हैं।
पेटीएम के पास 30,000 से अधिक सेल्स कर्मचारियों की फौज है। कंपनी के अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में यह टीम अपने व्यापारियों को पर्याप्त सेवा प्रदान करना सुनिश्चित कर रही है।
मोबिक्विक ने बुधवार को घोषणा की कि वह अपने भुगतान कारोबार के विकास को बढ़ावा देने के लिए अपनी नेतृत्व टीम को और मजबूत कर रही है। उसने मोहित नारायण को मुख्य परिचालन अधिकारी (उपभोक्ता भुगतान) की भूमिका में पदोन्नत किया है। इसी तरह हरविंदर सिंह चड्ढा को इसके पेमेंट गेटवे कारोबार का नेतृत्व करने के लिए जोड़ा गया है।
फोनपे ने भी प्रशासन को मजबूत करने के लिए मंगलवार को अपने निदेशक मंडल में नए सदस्यों को शामिल किया है।