मुद्रास्फीति के दबाव के बावजूद भारत में हाउसिंग सेंटीमेंट इंडेक्स (HSI) मजबूत बना हुआ है क्योंकि आमदनी बढ़ने से मकान खरीदारों का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है।
रियल एस्टेट सर्विस प्रोवाइडर मैजिकब्रिक्स ने 11 राज्यों के 4,500 ग्राहकों से सर्वे के आधार पर हाउसिंग सेंटीमेंट इंडेक्स जारी किया है। जिसमें 149 एचएसआई के साथ भारतीय आवासीय रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण बताया गया है।
हाउसिंग सेंटीमेंट में अहमदाबाद सबसे आगे
हाउसिंग सेंटीमेंट इंडेक्स में पहले पायदान पर अहमदाबाद है। इसका HSI 163 है। इसके बाद 160 HSI के साथ कोलकाता, 157 HSI के साथ गुरुग्राम और 156 HSI के साथ हैदराबाद का नंबर है।
मैजिकब्रिक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुधीर पई ने कहा कि भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र का वर्तमान परिदृश्य बीते दशक में देखी गई सबसे आशाजनक स्थितियों को दर्शाता है। जिससे देश भर में मकान खरीदारों और निवेशकों के बीच विश्वास पैदा हुआ है। यह भी महत्वपूर्ण है कि रियल एस्टेट क्षेत्र में मांग उपलब्ध आपूर्ति से अधिक देखी जा रही है। इससे पता चलता है कि जब नई इन्वेंट्री बाजार में आती है, तो उसके उतने ही तेजी से बिकने के संकेत मिलते हैं।
10 से 12 लाख रुपये सालाना आय वालों की मकान खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी
रिपोर्ट में आयु व आय वर्ग के हिसाब से भी मकान खरीदने वालों के सेंटीमेंट के बारे में बताया गया है। आयु वर्ग के मामले में सबसे अधिक 154 HSI 24 से 35 आयु वर्ग का है। इसका मतलब है कि इस आयु वर्ग के लोग मकान खरीदने के सबसे अधिक इच्छुक हैं। आय वर्ग के मामले में सबसे अधिक HSI 10 से 12 लाख रुपये सालाना आय वालों का है। इनका HSI 156 है। रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि अधिकांश खरीदार 3 साल के भीतर मकान खरीदने की इच्छा रखते हैं, जो रियल एस्टेट बाजार के वर्तमान और भविष्य दोनों के लिए एक आशाजनक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
मैजिकब्रिक्स के अनुसंधान प्रमुख अभिषेक भद्र ने कहते हैं कि हमारे शोध से संकेत मिलता है कि घर खरीदने वाले अपनी सालाना आमदनी का चार गुना तक निवेश करने की इच्छा रखते हैं, जो बाजार में आशावाद का एक महत्वपूर्ण संकेतक है और इस दृष्टिकोण की वजह बढ़ती आय, लगातार आर्थिक स्थिरता और रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदम हैं।
रिपोर्ट की अन्य प्रमुख बातें
मकानों की कीमत की श्रेणी में किफायती आवास का HSI 152 रहा, जो सबसे अधिक है। 54 फीसदी भारतीय खरीदार और 75 फीसदी कामकाजी महिलाएं रियल एस्टेट के बाद शेयर बाजार में निवेश करना पसंद करती हैं। मेडिकल व फार्मा क्षेत्र और सरकारी क्षेत्र में काम करने वालों ने संभवत: अपनी नौकरी और वित्तीय स्थिरता के कारण मकान खरीदने की मजबूत इच्छा जाहिर की।
मेडिकल व फार्मा क्षेत्र में काम करने वालों का HSI 163 और सरकारी क्षेत्र में काम करने वालों का HSI 158 रहा। मकान खरीदने वालों ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) और बैंक से होम लेने में काफी दिलचस्पी दिखाई। इसकी वजह लोन मिलने में सुविधा,अनुकूल शर्तें और आसानी से डिसबर्स होना है। NBFC का HSI सबसे अधिक 156 और बैंक का HSI 152 रहा।