हिंदुजा हाउसिंग फाइनैंस लिमिटेड 300 करोड़ रुपये का सबऑर्डिनेट कैपिटल और 500 करोड़ रुपये का कर्ज जुटाएगी। कंपनी का परिसंपत्ति खाता करीब 6,800 करोड़ है।
अफोर्डेबल हाउसिंग फाइनैंसर ने कहा कि तीन साल में उसे सालाना आधार पर 30 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है और वित्त वर्ष 23 में उसे हिंदुजा समूह से 160 करोड़ रुपये नया इक्विटी निवेश मिलेगा।
कंपनी के प्रबंध निदेशक सचिन पिल्लई ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, हमने अभी तक बैंक से मिली रकम का इस्तेमाल किया है और अब हम संसाधन के प्रोफाइल का विस्तार कर रहे हैं। बैंकों के अलावा कंपनी अल्पावधि की जरूरतों के लिए वाणिज्यिक प्रतिभूतियों का इस्तेमाल करती है। हिंदुजा लीलैंड फाइनैंस की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक होने के नाते कंपनी की पहुंच स्थापित लेनदारों तक है। वह लंबी अवधि के लिए प्रतिस्पर्धी दर पर रकम जुटाने में सक्षम है।
कंपनी के सबऑर्डिनेट डेट कैपिटल व ऋणपत्र को रेटिंग एजेंसी केयर ने एए रेटिंग दी है। कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 31 मार्च, 2022 को 18.78 फीसदी था जबकि नियामकीय अनिवार्यता 15 फीसदी की है। मार्च 2021 के आखिर में कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 19.88 फीसदी था जबकि 31 मार्च, 2022 को टियर-1 कैपिटल 18.67 फीसदी था। वित्त वर्ष 22 में मूल कंपनी ने यहां 77 करोड़ रुपये की पूंजी डाली जबकि वित्त वर्ष 23 में 161 करोड़ रुपये।