कृषि क्षेत्र में तेजी से बढ़ती इंजनों की मांग को ध्यान में रखकर इंजन और निर्माण उपकरण निर्माता कंपनी ग्रीव्स कॉटन इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने की योजना बना रही है।
यह कंपनी इस क्षेत्र के लिए पहले भी कई उत्पाद तैयार कर चुकी है। कंपनी पम्पसेट, पावर टाइलर्स और अन्य तरह के इस्तेमाल के लिए 1 और 4 हॉर्स पावर क्षमता के बीच की रेंज के इंजन बनाती है। जून, 2007 तक 12 महीनों के लिए इंजनों की 1,215.8 करोड़ रुपये की कुल बिक्री में कृषि क्षेत्र का योगदान 8.4 फीसदी था।
कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि इस खंड में अगले कुछ वर्षों के लिए कंपनी ने उत्साहवर्द्धक वृद्धि का लक्ष्य रखा है। लेकिन इन अधिकारियों ने इस बारे में ब्यौरा देने से इनकार कर दिया।
कंपनी ने हाल ही में जर्मनी की बुख-फैरीमैन डीजल कंपनी को कलपुर्जों की आपूर्ति शुरू की है। ग्रीव्स कॉटन ने इस जर्मन कंपनी का पिछले वर्ष अधिग्रहण किया था। ग्रीव्स कॉटन के प्रबंध निदेशक प्रवीण सचदेव ने कहा, ‘हम अपने वैश्विक अधिग्रहण प्रक्रिया के साथ संचालन और विपणन कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’
कंपनी हाल ही में तैयार किए गए अपने टि्वन इंजन सिलेंडर की आपूर्ति के लिए कई ऑटोमोबाइल कंपनियों से बातचीत कर रही है। अगस्त, 2007 में ग्रीव्स कॉटन ने इन इंजनों के लिए औरंगाबाद में नई इकाईयां शुरु की थी।