facebookmetapixel
बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ साक्षात्कार में बोलीं सीतारमण: GST सुधार से हर उपभोक्ता को लाभ, मांग में आएगा बड़ा उछालGST कटौती से व्यापारिक चुनौतियों से आंशिक राहत: महेश नंदूरकरभारतीय IT कंपनियों पर संकट: अमेरिकी दक्षिणपंथियों ने उठाई आउटसोर्सिंग रोकने की मांग, ट्रंप से कार्रवाई की अपीलBRICS Summit 2025: मोदी की जगह जयशंकर लेंगे भाग, अमेरिका-रूस के बीच संतुलन साधने की कोशिश में भारतTobacco Stocks: 40% GST से ज्यादा टैक्स की संभावना से उम्मीदें धुआं, निवेशक सतर्क रहेंसाल 2025 में सुस्त रही QIPs की रफ्तार, कंपनियों ने जुटाए आधे से भी कम फंडग्लोबल एडटेक फर्म XED 1.2 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए गिफ्ट सिटी में पहला आईपीओ लाने को तैयारअंडमान, बंगाल और सौराष्ट्र बेसिन में डीपवॉटर मिशन के तहत बड़े पैमाने पर ड्रिलिंग शुरू करने की तैयारीबाजार हलचल: सुस्ती के बीच आईपीओ की तैयारी में टाटा कैपिटल, Nifty-50 जा सकता है 25 हजार के पारIndia-EU FTA: 8 सितंबर से वार्ता का 13वां दौर होगा शुरू, गतिरोध खत्म करने को लेकर राजनीतिक दखल की संभावना

Flipkart का Shopsy ग्रामीण भारत में पैठ बढ़ाने को जुटा

ग्रामीण भारत के 44.2 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को लक्षित करते हुए फ्लिपकार्ट का Shopsy हाइपर-वैल्यू ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म विभिन्न श्रेणियों में किफायती उत्पादों की पेशकश कर रहा

Last Updated- August 07, 2024 | 10:27 PM IST
Flipkart

फ्लिपकार्ट के हाइपर-वैल्यू ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म शॉप्सी ने ग्रामीण भारत में 82.1 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ताओं में से आधे से ज्यादा (44.2 करोड़) तक पहुंच बनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इन प्रयासों को प्रत्युषा अग्रवाल रफ्तार दे रही हैं जो हाल में शोप्सी में बिजनेस हेड के तौर पर शामिल हुई हैं।

इस प्लेटफॉर्म का मकसद विभिन्न श्रेणियों में शुरुआती स्तर के उत्पाद तलाशने वाले उपभोक्ताओं के लिए मददगार माध्यम बनना है। अग्रवाल ने कहा, ‘भारत का उपभोक्ता संभवतः आज ई-कॉमर्स पर कुछ लेन-देन कर रहा है, लेकिन वह पूरी तरह से मेट्रो उपभोक्ता जैसा नहीं है जो संभवतः अब ई-कॉमर्स से पूरी तरह से जुड़ चुका है। हम ऐसे उपभोक्ताओं को देख रहे हैं और पूछ रहे हैं कि क्या हम उनकी सभी जरूरतों के लिए हाइपर-वैल्यू हॉरिजॉन्टल प्लेटफॉर्म बन सकते हैं।’

मुख्य फोकस ‘भारत कंज्यूमर’ पर है, खासकर 10 लाख रुपये से कम की सालाना आय वाले परिवारों पर। ये उपभोक्ता मझोले और उससे छोटे शहरों के बाजारों में हैं। शॉप्सी का कहना है कि वह सही कीमत और विभिन्न उत्पादों के के साथ उपभोक्ताओं की जरूरतें पूरी करने के लिए तैयार है। उदाहरण के लिए इस प्लेटफॉर्म ने बच्चों के कपड़े, सस्ते मोबाइल और बड़े सामान सहित कई श्रेणियों में विस्तार किया है। इससे उसे भारतीय उपभोक्ताओं की शुरुआती स्तर की जरूरतें पूरी करने में मदद मिल रही है। शॉप्सी बड़े अप्लायंसेज और इलेक्ट्रॉनिक्स में भी विस्तार कर रहा है।

अग्रवाल ने कहा, ‘हम लगभग हरेक तिमाही में कुछ श्रेणियां शुरू कर रहे हैं। हमने पाया है कि शुरुआती स्तर की कीमत और मॉडल की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है जिससे हमारे शॉप्सी उपभोक्ताओं की पसंद का पता चलता है।’

वास्तव में, भारत का ई-टेलिंग सेक्टर पांच गुना की वृद्धि दर्ज करने के लिए तैयार है। यह क्षेत्र 2022 के 59 अरब डॉलर से बढ़कर 2030 तक 300 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है। रेडसियर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस आंकड़े में मूल्य के प्रति सजग आम उपभोक्ताओं का इजाफा करेंगे। शॉप्सी प्लेटफॉर्म इस बाजार में सॉफ्टबैंक समर्थित मीशो और एमेजॉन बजार से प्रतिस्पर्धा करता है।

अग्रवाल ने कहा, ‘मैं प्रतिस्पर्धा पर ज्यादा ध्यान नहीं देती। मुझे लगता है कि हमारे पास अच्छे मूल्य प्रस्ताव हैं और हम इन्हें उपभोक्ता तक पहुंचाते हैं। हर राज्य में एक भारत है। मेरा पिछला अनुभव हर भारत को देखकर यह पता लगाना रहा है कि उपभोक्ता की कौन सी जरूरतें पूरी नहीं हुई हैं और फिर उसे पूरा करने के लिए आगे बढ़ना है। मुझे लगता है कि इसके लिए पर्याप्त अवसर हैं।’

शॉप्सी के करीब 70 प्रतिशत ग्राहक मझोले और छोटे शहरों से हैं, जिनमें भागलपुर, बांकुरा, कुरनूल, नगांव और धुले मुख्य रूप से शामिल हैं। इसके 90 प्रतिशत नये ग्राहक मिलेनियल्स और जेन जेड हैं। 2024 में, शॉप्सी को सर्वाधिक ऑर्डर उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और बिहार से मिले जिनमें 60 प्रतिशत से ज्यादा ग्राहक छोटे शहरों से थे।

33 करोड़ डाउनलोड

वर्ष 2021 में शुरू हुआ शॉप्सी अब तक 33 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड किया गया है। यह प्लेटफॉर्म मजबूत ग्राहक भरोसा पैदा करने के लिए फ्लिपकार्ट की व्यापक आपूर्ति श्रृंखला और उत्पाद रेंज का लाभ उठा रहा है। इससे उसे 1,300 श्रेणियों में किफायती उत्पाद उपलब्ध कराने में मदद मिली है और उसकी पहुंच 19,000 से अधिक पिन कोडों तक हो गई है।

First Published - August 7, 2024 | 10:14 PM IST

संबंधित पोस्ट