ऐसे समय में जब कंपनियां कर्मचारियों को वापस दफ्तर लाने की कोशिश कर रही हैं, देश की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (IT) सेवा कंपनी इन्फोसिस लचीला कार्य मॉडल अपना रही है।
इन्फोसिस के कार्यकारी उपाध्यक्ष और डिलिवरी के सह प्रमुख सतीश एचसी का कहना है कि महामारी से पहले भी कंपनी में काम के लचीले तरीके अपनाए जा रहे थे। उन्होंने कहा, ‘मान लें कि अगर महीने में हमारे 20-22 कार्यदिवस हैं तो कर्मचारियों के पास 10-11 दिन घर से काम (महामारी से पहले भी) करने की अनुमति थी। जब कर्मचारियों के काम करने के तरीकों की बात आती है तो हमें लचीला होना पड़ेगा।’
इन्फोसिस में लचीला मॉडल जारी रहेगा जबकि कई कंपनियां कर्मचारियों को कार्यालय वापस आने के लिए कह रही हैं। भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा फर्म टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने 25-25 मॉडल की परिकल्पना की है, जिसका उद्देश्य 2025 तक 25 फीसदी कर्मचारियों को दफ्तर में लाना है। इसे प्राप्त करने के लिए कंपनी कर्मचारियों को पहले कार्यालय लौटने के लिए कह रही है।
अभी कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी सप्ताह में तीन दिन दफ्तर आ रहे हैं। कंपनी एक रोस्टर लाई है, जिसमें कहा गया है कि कर्मचारियों को सप्ताह में कम से कम तीन दिन दफ्तर आना होगा। विप्रो कहती रही है कि संस्कृति और विश्वास बनाने के लिए दफ्तर में वापस आना महत्त्वपूर्ण है।
सतीश कहते हैं, ‘कार्यालय आना अभी भी स्वैच्छिक है, हालांकि हम कर्मचारियों को सप्ताह में कम से कम एक या दो दिन आने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। बेशक, बहुत कुछ इस बात पर भी निर्भर करता है कि ग्राहक क्या चाहते हैं।’ इन्फोसिस को शायद अधिक कर्मचारियों को कार्यालय में लाने में जो मदद मिल रही है। इसकी छोटे राज्यों में कार्यालय स्थापित करने की भी रणनीति है।
सतीश ने कहा, ‘हम विशाखापत्तनम, कोयंबत्तूर, कोलकाता और नोएडा में दफ्तर खोल रहे हैं। इंदौर और नागपुर में हमारे अभी भी कार्यालय हैं। इनमें से प्रत्येक केंद्र में 1,000 लोगों के बैठने की क्षमता होगी और इसमें बढ़ोतरी की जा सकती है।’ नए कार्यालयों में कंपनी ने मैसूरु में अपना नया दफ्तर खोला है। उन्होंने कहा, ‘हमने अपने व्यक्तिगत प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू कर दिए हैं और धीरे-धीरे उन्हें मैसूरु परिसर में शुरू कर रहे हैं।’
पिछले साल कंपनी ने अपने कर्मचारियों को मूनलाइटिंग की भी अनुमति दी थी। इस पर सतीश कहते हैं, ‘हम कर्मचारियों को कंपनी के भीतर गिग वर्क करने की अनुमति देते हैं। हाल ही में 4,000 लोगों ने विभिन्न परियोजनाओं के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 600 का चयन किया गया था।’
इन्फोसिस के बाहर की मूनलाइटिंग परियोजना पर सतीश कहते हैं, ‘यदि कर्मचारी अपने प्रबंधक को सूचित करता है और उसके कार्य में हितों का टकराव नहीं है, तो यह हमारे लिए ठीक है।’