Santa Rally 2025: भारतीय शेयर बाजार ने नवंबर के आखिरी हफ्ते में नया रिकॉर्ड बनाया। सेंसेक्स 86,000 के ऊपर और निफ्टी 26,000 के ऊपर पहुंच गया। साल 2025 में बाजार ऊपर-नीचे होता रहा, लेकिन दिसंबर को लेकर लोगों में उम्मीद बढ़ गई है। हर साल दिसंबर के आखिरी 5 दिन और नए साल के पहले 2 दिन बाजार में तेजी आती है, इसे ही ‘Santa Rally’ कहा जाता है। इस बार भी माना जा रहा है कि दिसंबर में बाजार चढ़ सकता है और इसका फायदा अगले साल 2026 तक दिख सकता है।
दिसंबर में निवेशक आमतौर पर अगले साल के लिए अपनी योजना बनाते हैं। इस बार माहौल पहले से ज्यादा अच्छा दिख रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि साल 2026 शेयर बाजार के लिए अच्छा रह सकता है। इसकी वजह दुनिया और देश में हो रही कुछ अच्छी बातें हैं – जैसे रूस और यूक्रेन के बीच शांति की उम्मीद, अमेरिका का भारत के साथ नरम व्यापार रुख, दोनों देशों के बीच किसी समझौते की संभावना, और आरबीआई व अमेरिका के केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरें घटाने की उम्मीद। इन सब कारणों से बाजार में भरोसा और उत्साह बढ़ा है।
निवेश को लेकर विशेषज्ञों की राय थोड़ी अलग है, लेकिन सब मानते हैं कि अभी सावधानी से निवेश करना चाहिए। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के अनिश तावकले के अनुसार, इस समय लार्ज कैप शेयर ज्यादा सुरक्षित हैं और ठीक-ठाक मुनाफा दे सकते हैं। उनका कहना है कि मिड और स्मॉल कैप शेयर अगर कमाई अच्छी न दिखाएं तो इनकी कीमत जल्दी गिर सकती है। इसलिए इन शेयरों से पूरी तरह दूर रहने की जरूरत नहीं है, लेकिन इनमें थोड़ा और सोच-समझकर, सीमित मात्रा में निवेश करना बेहतर रहेगा।
दूसरी तरफ, कुछ विशेषज्ञों को मिड और स्मॉल कैप शेयरों में अच्छे मौके भी दिखाई दे रहे हैं। समवित्ति कैपिटल के प्रभाकर कुडवा के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में इन शेयरों की कीमतें गिरी हैं और काफी समय तक रुकी भी रही हैं, जिससे अब ये शेयर सस्ते और आकर्षक दिख रहे हैं। उनका मानना है कि मिड और स्मॉल कैप कंपनियां बड़ी कंपनियों की तुलना में तेजी से बढ़ने की क्षमता रखती हैं, इसलिए बाजार में हालात बेहतर होने पर ये अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं।
इसी तरह SAMCO म्यूचुअल फंड के सीईओ विराज गांधी कहते हैं कि मिड और स्मॉल कैप शेयरों में आगे 5–10% की और गिरावट या कुछ महीनों की सुस्ती हो सकती है। लेकिन लंबे समय में इनके बढ़ने की संभावना मजबूत बनी रहती है, इसलिए इनका भविष्य बेहतर नजर आता है।
दिसंबर में बाजार अक्सर अच्छा रहता है, लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं कि सिर्फ पुराने रिकॉर्ड देखकर निवेश करना ठीक नहीं है। कोटक म्यूचुअल फंड के फंड मैनेजर अतुल भोले बताते हैं कि दिसंबर भारत में त्योहारों के बाद और नई तिमाही शुरू होने से पहले आता है, इसलिए इस समय लोगों का भरोसा बढ़ जाता है। लेकिन फिर भी बाजार कई चीजों से प्रभावित हो सकता है – जैसे दुनिया में होने वाली राजनीतिक घटनाएं, कच्चे माल की कीमतों में बदलाव, विदेशों से आने वाला निवेश, केंद्रीय बैंक के फैसले और शेयर बाजार कितना महंगा या सस्ता है। इसलिए निवेश करते समय सतर्क रहना जरूरी है।